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    SKMCH में पारामेडिकल छात्र से रैगिंग, हंगामे के बाद 7 छात्र कॉलेज से बाहर

    By Prem Shankar MishraEdited By: Nishant Bharti
    Updated: Fri, 21 Nov 2025 07:32 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय (एसकेएमसी) में रैगिंग का मामला सामने आया है। एक पारामेडिकल छात्र के साथ रैगिंग की घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सात छात्रों को 15 दिनों के लिए निष्कासित कर दिया है। छात्रों के हंगामे के बाद प्राचार्य ने एंटी रैगिंग कमिटी की बैठक बुलाई और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाया। कॉलेज में पहले भी रैगिंग के मामले सामने आ चुके हैं।

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    श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय (एसकेएमसी) में पारामेडिकल छात्र के साथ रैगिंग की घटना हुई है। मामले को लेकर छात्रों के हंगामे के बाद कॉलेज प्रशासन सक्रिय हुआ। कॉलेज प्रशासन ने मामले में दोषी सात छात्रों को 15 दिनों के लिए निष्कासित कर दिया है। ये भी पारामेडिकल के ही छात्र हैं।

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    बताया जा रहा है कि कॉलेज के पारामेडिकल के प्रथम वर्ष के एक छात्र के साथ सीनियर बैच के छात्र ने दो दिन पहले रैगिंग की थी। इसकी शिकायत जूनियर छात्र ने की थी। 

    मामले में कार्रवाई नहीं होने पर शुक्रवार को छात्रों ने कॉलेज में हंगामा किया। इस दौरान कॉलेज में अफरा तफरी मची रही। प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा ने कार्रवाई का आश्वासन देकर आक्रोशित लोगों को शांत कराया। इसके बाद प्राचार्य ने एंटी रैगिंग कमिटी का आपात बैठक बुलाई। 

    सात छात्रों को किया दंडित

    प्राचार्य की अध्यक्षता में हुई बैठक में एंटी रैगिंग कमिटी के चेयरमैन एवं प्रशासनिक पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार ने रैगिंग को लेकर सात छात्रों को दोषी मानते हुए उन्हें दंडित करने का प्रस्ताव दिया। प्राचार्य ने एंटी रैगिंग कमेटी के चेयरमैन की रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए पारामेडिकल वर्ष 2024 के सात छात्रों को 15 दिनों के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया। 

    कॉलेज आने-जाने के दौरान रैगिंग 

    प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा ने बताया कि पारामेडिकल वर्ष 2025 में नामांकित एक छात्र ने सीनियर बैच 2024 के कुछ छात्रों द्वारा कॉलेज आने-जाने के दौरान रैगिंग करने की शिकायत की थी। इसके बाद एंटी रैगिंग कमिटी की बैठक हुई। दोषी पाए जाने पर सात छात्रों को कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। 

    उन्होंने कहा कि रैगिंग पर प्रतिबंध है। इसका अनुपालन कराने का सख्त आदेश एंटी रैगिंग कमिटी के सदस्यों को दिया गया है। कोई भी छात्र रैगिंग करते पकड़े जाते हैं या उनके विरुद्ध शिकायत मिलती है तो सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।

    पहले भी हो चुकी है रैगिंग, पूरे बैच पर हुई थी कार्रवाई 

    मालूम हो कि वर्ष 2023 के दिसंबर में 2022 बैच के 70 पारामेडिकल छात्रों पर रैगिंग मामले में कार्रवाई हुई थी। पूरे बैच को एक सप्ताह के लिए प्राचार्य ने निलंबित कर दिया था। उस दौरान पीड़ित छात्र ने सीनियर पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया था। 

    वहीं वर्ष 2023 के नवंबर में एसकेएमसी में एमबीबीएस के छात्र ने सीनियर के खिलाफ रैगिंग की शिकायत की थी। इसके बाद एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट पर करीब सौ छात्रों को 15 दिन के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया गया था। सभी को छात्रावास खाली करने का आदेश भी दिया गया था।