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    मुजफ्फरपुर में अनोखा मामला, सरकारी दावों की सच्चाई क्या है? एएनएम ने खोल दी हेल्थ सेंटरों की हकीकत?

    By Amrendra Tiwari Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Sun, 14 Dec 2025 10:14 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के औराई पीएचसी क्षेत्र में कई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर केवल कागजों पर चल रहे हैं। एएनएम के योगदान के बाद यह मामला सामने आया, क्योंकि उन्हें ग ...और पढ़ें

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । औराई पीएचसी क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) केवल कागज पर ही संचालित हो रहे हैं। यह मामला उस समय सामने आया जब मुख्यालय से पदस्थापित होकर आईं एएनएम ने यहां योगदान दिया।

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    गांव पहुंचने पर उन्हें संबंधित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अस्तित्व में नहीं मिला। इसपर उन्हें दूसरे सेंटर पर कार्य करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसकी शिकायत मिलने पर राज्य मुख्यालय ने नाराजगी जताई। इधर, ग्रामीणों को गांव में स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने से इलाज के लिए दूसरी जगह जाना पड़ रहा है।

    जानकारी के अनुसार सुंदर खओली, बेदौल, हरपुर बेसी, असमानपुर, भलुरा, बाराखुर्द, सगहरी, मिश्ररौलिया सहित दर्जनभर से अधिक स्थानों पर चयनित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जमीन पर मौजूद नहीं हैं।

    विभागीय सूत्रों के अनुसार नेशनल हेल्थ मिशन की मार्गदर्शिका में स्पष्ट है कि यदि अपना भवन उपलब्ध न हो तो सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को किराये के मकान या किसी सरकारी भवन में स्वास्थ्य केंद्र संचालित करना होगा।

    इसका किराया एनएचएम भुगतान करेगा। इसके बाद भी पूर्व में चयनित स्थलों पर न तो किराये के मकान में और न ही किसी सरकारी भवन में इन केंद्रों का संचालन हो रहा है। परिणामस्वरूप, यहां पदस्थापित एएनएम से दूसरे केंद्रों पर काम लिया जा रहा है, जबकि उनके मूल केंद्र अब तक अस्तित्व में नहीं आ सके हैं।

    पीएचसी प्रभारी डा.दिव्या ने बताया जहां हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नहीं बन पाए हैं, वहां भूमि चयन व सरकारी भवन की तलाश की जा रही है। इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी गई है। एक-दो स्थानों पर स्थल का चयन भी किया गया है। फिलहाल जिन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर कर्मियों की कमी थी, वहां एएनएम को अस्थायी रूप से भेजा गया है।

    सेंटर चयनित स्थल पर नहीं चलने से ये हो रही परेशानी

    हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर नहीं रहने से ग्रामीणों को वहां उपलब्ध 12 प्रकार की सेवाएं, 151 प्रकार की दवाएं और 14 प्रकार की जांच सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इलाज के लिए उन्हें दूसरे गांवों का रुख करना पड़ रहा है।

    हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलतीं ये सुविधाएं

    प्रसव पूर्व जांच, नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल, बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल, राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन, बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन, गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन, नेत्र एवं ईएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं। स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं, वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं, सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन की स्वास्थ्य सुविधा।

    हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलती है यह सुविधा 

    प्रसव पूर्व जांच, नवजात एवं शिशु सामान्य स्वास्थ्य देखभाल, बाल्यावस्था एवं किशोर सामान्य स्वास्थ्य देखभाल,परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक एवं सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य देखभाल, राष्ट्रीय कार्यक्रमों के अनुसार संचारी रोगों का सामान्य प्रबंधन,बीमारियों का ओपीडी के माध्यम से सामान्य प्रबंधन,गैर संचारी रोगों की स्क्रीनिंग, सामान्य प्रबंधन, क्षय एवं कुष्ठ रोग का सामान्य प्रबंधन, नेत्र एवं ईएनटी से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं। स्वास्थ्य एवं दंत देखभाल से संबंधित सामान्य सेवाएं, वृद्धावस्था केयर से संबंधित सामान्य स्वास्थ्य सेवाएं ,सामान्य चिकित्सीय आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं, मानसिक स्वास्थ्य बीमारियों की स्क्रीनिंग एवं सामान्य प्रबंधन की स्वास्थ्य सुविधा।