नारायणपुर अनंत रेलवे स्टेशन में ही सिस्टर क्रूलाबी से चालक और गार्ड का साइन इन व आफ शुरू
नारायणपुर में सिस्टर क्रू लॉबी खुलने से लोको पायलटों को मुजफ्फरपुर जंक्शन पर साइन-इन/साइन-ऑफ करने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे जंक्शन पर ट्रेनों का दबाव कम होगा और परिचालन सुगम होगा। पहले लोको पायलटों को साइन-इन/साइन-ऑफ के लिए मुजफ्फरपुर आना पड़ता था जिससे लाइनें जाम होती थीं। अब वे नारायणपुर से ही ड्यूटी पूरी कर सकेंगे जिससे समपार फाटकों पर भी दबाव कम होगा।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। नारायणपुर अनंत रेलवे स्टेशन पर सिस्टर क्रू-लाबी की स्थापना के साथ लोको पायलट, सहायक लोको पायलट के साथ ट्रेन मैनेजर का साइन इन व आफ से ड्यूटी की शुरुआत हो गई है।
वहां यह सुविधा बहाल होने से नारायणपुर से खुलने वाली ट्रेनों को लेकर अब मुजफ्फरपुर में लोको पायलट, सहायक लोको पायलट के साथ ट्रेन मैनेजर को इसके लिए नहीं आएंगे। वहीं से अपनी ड्यूटी पूरी कर लेंगे। नारायणपुर से प्रतिदिन छह से सात मालगाड़ियां खुलती हैं और वे लोग ट्रेन मुजफ्फरपुर लेकर आते थे। यह समस्या अब खत्म हो गई है।
इसके अलावा नारायणपुर अनंत से मुजफ्फरपुर आने-जाने के दौरान रास्ते में पड़ने वाले समपार फाटकों पर भी कम दबाव पड़ेगा। यह व्यवस्था वर्षों से ऐसे ही चल रही थी और ट्रेन लेकर लोको पायलट, सहायक लोको पायलट के साथ ट्रेन मैनेजर मुजफ्फरपुर जंक्शन पर लाकर गाड़ी खड़ी कर देते थे।
ऐसे काम करता है यह सिस्टम
यह सिस्टम लोको पायलट की ड्यूटी, ट्रेन नंबर व अन्य महत्वपूर्ण विवरणों को दर्ज करता है, जिससे रेलवे के लिए परिचालन रिकार्ड बनाए रखना आसान हो जाता है।
साइन-इन : ड्यूटी शुरू करने से पहले, लोको पायलट एक कीयोस्क या सीएमएस टर्मिनल पर अपने लागिन क्रेडेंशियल का उपयोग कर साइन-इन करते हैं। पायलट ट्रेन नंबर, यात्रा की शुरुआत व गंतव्य जैसे विवरण दर्ज करते हैं। सिस्टम पायलट की जानकारी को सत्यापित करता है और यह सुनिश्चित करता है कि वे ड्यूटी के लिए अधिकृत हैं।
साइन-आफ : ड्यूटी समाप्त होने पर पायलट उसी सिस्टम पर वापस साइन-आफ करते हैं, जो ड्यूटी के समय को रिकार्ड करता है। यह प्रणाली सुनिश्चित करती है कि सभी लोको पायलट ड्यूटी का उचित रिकार्ड बनाए रखें और रेलवे के संचालन में सटीकता सुनिश्चित हो सके।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।