Sawan 2025: दो लाख से अधिक कांवरियों ने किया बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक, हर ओर बोल-बम..बोल-बम..
सावन की दूसरी सोमवारी को बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक करने वालों की भारी भीड़ पहुंची। रविवार की देर शाम से ही श्रद्धालु कतारबद्ध हो गए थे। रात 12 बजते ही बाबा पर जलाभिषेके का क्रम शुरू हो गया। बावजूद स्थिति यह थी कि चार-पांच घंटे उनको लाइन में खड़ा रहना पड़ा। इसके बाद ही उनकी बारी आई।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Sawan 2025 : दूसरी सोमवार पर कांवरिए सहित उत्तर बिहार के करीब दो लाख कांवरियों ने बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक किया। इतनी भीषण गर्मी के बाद भी बाबा के भक्तों के कदम नहीं रुके। हर तरफ बोलबम के जयकारे गूंजते रहे।
पांव में छाले, बोहोशी का आलम फिर भी बढ़ता गया कदम। इतनी उमस भरी गर्मी के बाद भी नाचते-गाते कांवरिये बाबा के दरबार पहुंच गए। वैसे कांवर लेकर आने वाले श्रद्धालु जलाभिषेक कर भीड़ में फंसने के डर से पहले ही निकल गए।
रात को 12 बजने से पहले हजारों कांवरियों का जत्था बाबा मंदिर के पास पहुंच गए। उसके बाद भीड़ काफी बढ़ गई। इस दौरान कई कांवरिये बेहोश होकर गिर पड़े तो उनको सेवा में लगे महिला, पुरुषों की सेवा दल द्वारा बाबा मंदिर के पास पहुंच कर जलार्पण कराया।
चार-पांच घंटे लाइन में रहने के बाद नहीं डिगे कदम
इतने सारे कष्टों को झेलकर कर चार-पांच घंटे लाइन में लगने के बाद भी कांवरियों का कदम नहीं डिगा। हरिसभा चौक, आमगोला ब्रिज से लेकर साहू पोखर तक बेतरबीव बाइक वालों के आने-आने से श्रद्धालुओं के कदम पर ब्रेक लगने से परेशानी हुई।
पुलिस प्रशासन के किसी आला अफसर ने इसको लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाया। कारण भक्तगण किसी तरह उसी रास्ते से गिरते-पड़ते बाबा दरबार पहुंचे। गर्मी के कारण सुबह में कांवरिए इधर-उधर, किसी शिविर के पास छिपे रहे। शाम होते ही कांवरियों की रेला चल पड़ी।
जलार्पण कर तीन दिनों की यात्रा की पूरी
पहलेजा धाम से पवित्र गंगाजल लेकर तीन दिनों पहले शुक्रवार को चले कांरिये का रविवार की रात जलार्पण के बाद यात्रा पूरी हुई। कुछ लोग सुबह में पहुंच गए तो कुछ लोग शाम तक धीरे-धीरे पहुंचे। धूप और गर्मी के कारण अधिकांश कांवरिये के पांव में छाले पड़ गए। लेकिन रास्ते की शिविरों से मरहम पट्टी, दवा, जूस आदि लेने से कांवर यात्रा आसान हो गया।
शिवरों में नींबू पानी, के अलावा विभिन्न प्रकार के शाकाहार भोजन, गर्म-ठंड़ा पानी, पेय पदार्थ आदि की व्यवस्था कांरियों को लुभाती रही। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी जगह-जगह शिविर लगाए गए थे। बहुत जगह सेवा करने के बाद दवा, सूई लेकर बैठे रहे। वही कांवरिया सेवा शिविर में कई तरह की व्यवस्था के साथ सेवा के लिए तत्पर रहे। प्रधान डाकघर के डाक कर्मियों द्वारा गंगोत्री का गंगा जल श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया गया।
भीड़ में कई कांवरिये नहीं चढ़ा सके जल
रात 12 बजे के बाद जो भीड़ होने लगी, इससे कई कांवरिये अरघा तक जाकर भी जलार्पण नहीं कर सके। कुछ कांवरियों के बेहोश हो जाने के कारण उनका जल सेवा दल के लोगों चढ़ा दिया गया। 80 किलोमीटर की दूरी तय कर पहुंचते श्रद्धालु बाबा का एक झलक पाने को बेचैन दिखे।
इस बार भी महिला-पुरुष की नहीं हो सकी बैरिकेडिंग
महिला-पुरुष के लिए इस बार भी बैरिकेडिंग नहीं होने से महिला श्रद्धालुओं को जलाभिषेक के लिए परेशानी हुई। महिला कांवरिया सुष्मा देवी ने कहा कि श्रद्धालु इतनी दूरी से कष्ट झेलकर बाबा गरीबनाथ धाम आते हैं, लेकिन यहां महिलाओं के लिए अलग लाइन नहीं होने के कारण जलार्पण में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसी व्यवस्था देश में कही नहीं, कि महिलाओं को एक लाइन में पुरुषों के साथ धक्के खकर जलाभिषेक करते हैं। इस पर जिला प्रशासन की नजर क्यों नहीं पड़ रही। इससे महिलाओं को जलर्पण करने में भारी परेशानी हुई।
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