Muzaffarpur news: NCERT की नकली किताबों की बिक्री का भंडाफोड़, कई राज्यों में फैला है नेटवर्क
मुजफ्फरपुर पुलिस ने मोतीझील में छापेमारी कर नकली NCERT किताबों के धंधे (fake NCERT books) का पर्दाफाश किया। शंकर पुस्तक भंडार के गोदाम से 40 लाख की नकली किताबें जब्त की गईं और दो लोग हिरासत में लिए गए। कोलकाता से आई सूचना पर कार्रवाई हुई। इस Crime से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। नगर थाना क्षेत्र के मोतीझील स्थित एसएसपी आफिस से पीछे वाले गली में मंगलवार को पुलिस ने छापेमारी कर NCERT की नकली किताबों के धंधे का पर्दाफाश किया है। मोतीझील की पीएन राय गली स्थित शंकर पुस्तक भंडार के मालिक के घर व गोदाम पर छापेमारी कर करीब 40 लाख रुपये से अधिक की हजारों की संख्या में नकली किताबें जब्त की गई हैं।
इस दौरान दुकानदार समेत दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन दोनों से पूछताछ कर रैकेट के बारे में जानकारी ली जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले (fake NCERT books) में प्राथमिकी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बताया गया कि कोलकाता से आए NCERT के लीगल अधिकारियों से पुलिस को सूचना मिली कि उक्त इलाके में नकली किताबों की बड़े पैमाने पर बिक्री की जा रही है। इसके बाद पुलिस टीम ने उक्त गोदाम पर छापेमारी की। इसके बाद वहां से भारी मात्रा में नकली NCERT की किताबें जब्त की गई।
कोलकाता से आए कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय स्तर पर जानकारी एकत्र की गई। इसके बाद सूचना की पुष्टि होने के बाद नगर थाना पुलिस को सूचित किया गया। फिर संयुक्त रूप से छापेमारी की गई। इसके बाद शंकर पुस्तक भंडार के गोदाम से भारी मात्रा में नकली किताबें जब्त की गईं। इसमें NCERTऔर BTBC की भी नकली किताबें मिली हैं।
हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ में पता चला कि कम समय में अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में नकली किताबों का धंधा किया जा रहा था। ग्रामीण एसपी राजेश कुमार सिंह प्रभाकर ने कहा कि नकली किताब की बिक्री के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर बड़ी संख्या में नकली किताबें जब्त कीं। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है।
राजस्व का लगाया जा रहा था चूना
ग्रामीण एसपी ने कहा कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ के साथ सरकार की राजस्व की भी हानि पहुंचाई जा रही थी। यह एक गंभीर अपराध है। शिक्षा विभाग के अधिकारी को भी इससे अवगत कराया गया है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
छापेमारी के दौरान मोतीझील स्थित उक्त गली में शंकर पुस्तक भंडार के बोर्ड पर 1974 से दुकान के संचालन का बोर्ड लगा है। इसके बाद उसी बोर्ड में 2010 से एक नया फर्म घनश्याम एंड को. का भी लिखा गया है। जांच में पता चला कि इन दोनों प्रतिष्ठानों से नकली किताबों की बिक्री की जा रही थी।
कंपनी के अधिकारियों से पुलिस को पता चला कि इन दोनों प्रतिष्ठानों से बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा झारखंड समेत अन्य प्रदेशों में नकली NCERT की किताबों की आपूर्ति की जा रही थी। इससे सरकार को लाखों में राजस्व का नुकसान हो रहा था। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि किताबों की प्रिंटिंग कहां से कराई जा रही थी। इसके बाद उक्त स्थानों पर भी छापमारी के लिए पुलिस कार्रवाई करेगी।
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