Road Safety: सड़क हादसों में जान जाने से पहले मर जाती मानवता, मदद की जगह वीडिया बनाते लोग
Road Safety With Jagran पुलिसिया पूछताछ की प्रवृति लोगों को नहीं आने देती मदद को आगे। घायलों को समय पर मिल जाए उपचार तो बच सकती जान सरकार देगी इनाम। घ ...और पढ़ें

मुजफफरपुर, जागरण संवाददाता। Road Safety With Jagran: सड़क दुर्घटनाओं के शिकार की मौत मामले में सबसे बड़ी वजह समय से उपचार नहीं होना है। हादसे में घायल होने वाला इंसान मदद की उम्मीद में तड़पता रहता है और वहां खड़े लोगों की मानवता मर जाती है। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने के बदले कोई मोबाइल से फोटो खीचने व वीडियो बनाने में लगा रहता है तो कोई दुर्घटनाओं को लेकर बहस करने में। कोई पुलिस के रवैये से सहम कर मदद को आगे आना नहीं चाहता। पुलिसिया पूछताछ व अनावश्यक परेशान करने की प्रवृति भी लोगों को मदद को आगे नहीं आने देती। घायलों को उपचार के लिए समय पर पहल की जाए तो कई लोगों की जान बच सकती है, मगर सड़क दुर्घटना में जान तो बाद में जाती है पहले मानवता व संवेदना मर जाती है।
घायलों के मददगारों को सरकार दे रही इनाम
सड़क दुर्घटना के शिकार की मदद करने की भावना जगाने के लिए सरकार ने ऐसे मददगारों को पुरस्कार राशि देने की योजना की शुरुआत की। 'गुड सेमेरिटन' योजना के तहत ऐसे लोग जिन्होंने सड़क दुर्घटनाओं के शिकार की मदद की उन्हें पांच हजार रुपये का पुरस्कार एवं गुड सेमेरिटन की उपाधि दी जा रही है। इसका कुछ सकारात्मक असर पड़ने लगा है, मगर अब भी अधिकतर दुर्घटनाओं में घायलों की मदद मामले में लोग आंखें मूंद लेते हैं।
10 लोगों को मिला गुड सेमेरिटन का खिताब
सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों की मदद करने वाले 10 लोगों को अबतक 'गुड सेमेरिटन' का खिताब और पुरस्कार में पांच-पांच हजार रुपये मिले हैं। इन सबने मानवीय संवेदना दिखाते घायनों को समय पर अस्पताल पहुंचाया था।
ये हैं 'गुड सेमेरिटन'
- - विपिन कोइराला,पटियासा जलाल।
- - अमितेश कौशिक,रसूलपुर वाजिद, अहियापुर।
- - रुपेश कुमार,रामपुररतन सिवाईपट्टी।
- - अनिल कुमार,बनघारा।
- - सियाशरण पांडेय,बरूराज।
- - राजीव कुमार,हरिशंकर मनियारी।
- - मो. नसीम,महंथ मनियारी।
- - मनोज राय,शाहपुर मरीचा।
- - आरिफुर रहमान,चैनपुर मनियारी।
- - कामेश्वर प्रसाद कुशवाहा,बरूराज।
इनके प्रयास की हुई सराहना
- - हरिशंकर मनियारी निवासी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव राजीव कुमार अपनी डयूटी पर सकरा जा रहे थे। उसी क्रम में देखा कि ट्राइडेंट पब्लिक स्कूल के पास दो बाइक सवारों को ट्रक ने ठोकर मार दी है। एक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। दूसरा गंभीर रूप से जख्मी था। राजीव कुमार ने तुरंत आटो से घायल को प्राथमिक उपचार के लिए पहुंचाया। हालांकि उपचार के दौरान दूसरे व्यक्ति की भी मौत हो गई, मगर राजीव के प्रयास को सबने सराहा।
- - पेशे से चालक हरनाही बरूराज निवासी कामेश्वर प्रसाद कुशवाहा ने हादसे में गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति को अपनी गाड़ी से श्री कृष्ण मेडिकल कालेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) पहुंचाया। हालांकि उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। कामेश्वर की मानवीय पहल पर उन्हें पुरस्कार दिया गया।
- - पटियासा पेट्रोल पंप के निकट एक ट्रक ने बस को ठोकर मार दी थी। इसमें बस पर सवार दो यात्री बुरी तरह से जख्मी हो गए। पटियासा जलाल निवासी विपिन कोइराला ने दोनों को एसकेएमसीएच पहुंचाया। उचित समय पर उपचार होने से दोनों की जान बच सकी।
- - रसूलपुर वाजिद अहियापुर निवासी अमितेश कौशिक ने जमालाबाद के पास हादसे के शिकार बाइक सवार को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया था। एक की जान चली गई मगर दूसरे की समय से उपचार होने की वजह से जान बच गई।

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