मधुबनी के बिस्फ़ी में बाढ़ से एक दर्जन गांवों का सड़क संपर्क भंग, जनजीवन बुरी तरह प्रभावित
सिंधिया पूर्वी पंचायत के घाट भटरा ससरमा सिगराहा गांव के बाढ़ पीड़ितों का बुरा हाल है। बिस्फी से लगभग दो किलोमीटर की दूरी नाव से ही तय करते हैं। बाढ़ के पानी से सड़क टूट जाने के कारण कमर भर पानी का तेज़ बहाव चल रहा है।

बिस्फी (मधुबनी), जासं। बिस्फी प्रखंड के पश्चिमी भाग अंतर्गत कई पंचायतों की बड़ी आबादी बाढ़ व वर्षा के पानी से अभी भी बुरी तरह घिरी हुई है । जिस कारण उस इलाके के हजारों लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त बना हुआ है। बाढ़ एवं वर्षा के पानी से दर्जनों जगहों एवं गांव से आने जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे प्रभावित गांव का संपर्क दों-तीन महीनों से पूरी तरह भंग है। सिंधिया पूर्वी पंचायत के घाट भटरा, ससरमा, सिगराहा गांव के बाढ़ पीड़ितों का बुरा हाल है । बिस्फी प्रखंड मुख्यालय से घाट भटरा के बीच लगभग दो किलोमीटर की दूरी नाव से ही तय करते हैं । घाट भटरा एवं छछुआ के बीच बाढ़ के पानी से सड़क टूट जाने के कारण कमर भर पानी का तेज़ बहाव चल रहा है।
घाट भटरा के महादलित टोला एवं छछुआ गांव के ईदगिर्द कई घरों में पानी घुसा हुआ है। स्थानीय विमल कुमार यादव ने इस संबंध में कहा कि बाढ़ पीड़ितों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पंचायत के लोगों को प्रखंड मुख्यालय आने जाने के लिए खिरमा या कमतौल हो कर 25 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ता है। इसी प्रकार जगवन पूर्वी एवं पश्चिमी पंचायत के कई घरों में तीसरी बार आई बाढ़ एवं वर्षा का पानी लबालब है। जिस कारण जानीपुर मुसहरी, कमलावाड़ी, कटैया ,धनछी एवं छोरहिया महादलित के कई घर व आंगन में पानी भरा हुआ है। कमला बारी गांव के जोगेंद्र उर्फ जुगनू मिश्र का कहना है कि बाढ़ से परेशान एवं तंगेहाल जीवन जीने वाले इन लोगों की पीड़ा से प्रशासन भी बेखबर है। इन लोगों का कहना है कि यहां के कई घरों एवं सड़कों पर घुटना भर पानी बह रहा है। इस संबंध में सीओ श्रीकांत सिन्हा ने बताया कि उपलब्ध नाव को प्रभावित गांव में भेजा गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।