Muzaffarpur News: राजस्व महा अभियान की शुरुआत तो हुई, लेकिन नहीं मिल पा रही स्पष्ट जानकारी, समस्याओं का अंबार
मुजफ्फरपुर में भूमि संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए राजस्व महा-अभियान शुरू किया गया है लेकिन रैयतों को शिविरों की जानकारी नहीं मिल पा रही है। नामांतरण और परिमार्जन जैसे कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं और ऑनलाइन रिकॉर्ड में भी समस्याएँ हैं। रैयत अभियान की सफलता पर संशय व्यक्त कर रहे हैं क्योंकि उन्हें सही जानकारी नहीं मिल पा रही है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। भूमि से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए राजस्व महा-अभियान की शुरुआत की गई है। जगह-जगह शिविर लगाकर समस्याओं का निराकरण करने का काम शुरू हो चुका है, लेकिन रैयतों को इससे संबंधित स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पा रही है।
मंगलवार को काल कर रैयतों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इससे लगा कि भूमि संबंधित समस्याओं का अंबार लगा है, लेकिन सुधार की प्रक्रिया या तो बहुत धीमी है या फिर वर्षों से लंबित है। मुरौल से अरुण कुमार सिंह ने काल कर बताया कि उन्हें नामांतरण करवाना है।
इसके लिए आनलाइन से लेकर आफलाइन सभी तरीके से आवेदन कर चुके हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब सुनने में आया कि शिविर लगना है। इसमें नामांतरण का कार्य होगा, लेकिन पंचायत स्तर पर इसकी स्पष्ट जानकारी देने वाला कोई नहीं है।
ब्रह्मपुरा स्थित वार्ड नंबर एक से विरेंद्र कुमार ने बताया कि आनलाइन नाम नहीं दिख रहा है। वर्ष 2021-22 तक रसीद कटा हुआ है, लेकिन आनलाइन नहीं दिख रहा है। परिमार्जन प्लस पोर्टल पर आवेदन भी किए, लेकिन बार-बार रिजेक्ट कर दिया जाता है। कोई कारण भी नहीं बताया जाता है। अंचल स्तर पर जब पता करते हैं तो काेई स्पष्ट जवाब नहीं मिलता है।
रैयत जता रहे अभियान पर संशय
मुशहरी, औराई, सकरा समेत विभिन्न प्रखंडों से रैयतों ने काल कर बताया कि इस महा-अभियान में उनलोगों की समस्या का समाधान होगा या नहीं, इसपर संशय बना हुआ है। क्योंकि सही जानकारी कहीं से नहीं मिल रही है। राजस्व कर्मचारियों को काल करने पर टालमटोल वाली भाषा में बात किया जाता है। शिविर का कोई पता नहीं है कहां लगेगा और कब लगेगा।
अभी जमाबंदी पंजी वितरण का कार्य चल रहा है। इसके बाद सुधार की प्रक्रिया शुरू होगी। क्षेत्र में माइकिंग कर शिविर की जानकारी दी जा रही है। दाखिल खारिज, परिमार्जन, बंटवारा और नामांतरण के कार्य इसमें किए जाएंगे।
कुमार प्रशांत, अपर समाहर्ता, राजस्व
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