मुजफ्फरपुर में प्रशांत किशोर ने कहा कि नेताओं को हार का डर नहीं है इसलिए बिहार की हालत नहीं सुधर रही। उन्होंने शिक्षा रोजगार और जमीन को गरीबी से निकालने के उपाय बताए। प्रशांत किशोर ने जनता से जन सुराज को पांच साल देने की अपील की ताकि राज्य में सुधार हो सके। उन्होंने शिक्षा को मूल समस्या बताया और हर प्रखंड में स्कूल बनाने का वादा किया।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को पीएनटी रोड स्थित एक विवाह भवन के सभागार में जिले के प्रबुद्ध लोगों के साथ जन संवाद किया।
संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार एवं नेताओं में वोटर का भय समाप्त हो चुका है। कोई लालू राज तो कोई भाजपा का भय दिखाकर तीन दशक से सरकार में बना हुआ है। उनको पता है कि जनता उनको ही वोट देगी। जब तक नेताओं को हारने का डर नहीं होगा, बिहार की हालत नहीं सुधरेगी।
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उन्होंने कहा कि समाज को गरीबी से निकालने के लिए तीन ही उपाय हैं। शिक्षा, रोजगार और जमीन। बच्चों को शिक्षा देने, युवाओं को रोजगार देने और किसानों को जमीन व खेती से फायदा दिलाने के लिए जन सुराज ने उपाय तैयार कर लिया है।
एक दिन में नहीं बंद हुए चीनी मिल
प्रशांत किशोर ने जनता के सामने उदाहरण देते हुए बताया कि चंपारण की चीनी मिल और अन्य उद्योग एक दिन में बंद नहीं हुए। धीरे-धीरे उनको खत्म किया गया, जबकि वही नेता लोग चुनाव जीतकर विधायक और सांसद बनते रहे।
उन्होंने कहा कि आपने 35 साल तक लालू-नीतीश को वोट दिया है। वजह कि कोई विकल्प नहीं मिलता था। पांच साल के लिए जन सुराज को वोट दीजिए। कुछ नहीं हुआ तो पांच साल बाद सरकार बदल दीजिएगा।
जनता की मूल समस्या शिक्षा
उन्होंने कहा कि जनता की मूल समस्या शिक्षा है। जब तक शिक्षा में सुधार नहीं होगा, तब तक सही रोजगार नहीं मिलेगा। जन सुराज की व्यवस्था बनने पर हर प्रखंड में नेतरहाट जैसे पांच-पांच स्कूल बनाने का प्रविधान है। इनमें हर प्रखंड में एक-एक स्कूल पहले पांच साल में बना दिए जाएंगे।
समारोह में जिलाध्यक्ष इंद्रभूषण सिंह अशोक, जिला प्रभारी जय मंगल कुशवाहा, लक्षण देव सिंह, डा. कमलेश तिवारी, डॉ. पल्लवी सिन्हा, सरकार योगेंद्र सिंह गंभीर, मीरा कौमुदी, डॉ. एके दास, संजय कुमार केजरीवाल, सैयद माजिद हुसैन, अब्दुल मजीद आदि मौजूद रहे।
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