'ऊपर से तो दिल मिला, अंदर फांके तीन...' पीएम नरेंद्र मोदी ने किस ओर किया इशारा
PM Modi Rally Bihar:बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण अपने निर्णायक दौर की ओर बढ़ रहा है। छठ के ब्रेक के बाद चुनाव प्रचार ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। इस दौरान इस्तेमाल किए जा रहे मुहावरे लोगों का ध्यान खींच रहे हैं। मुजफ्फरपुर की सभा के दौरान पीएम की ओर से कहा गया एक मुहावरा लोगों की जुबान पर चढ़ गया है। हालांकि इसके माध्यम से उन्होंने अपने विरोधी पर निशाना साधा।
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PM Modi Bihar Visit: मुजफ्फरपुर की सभा को संबोधित करते पीएम मोदी और उपस्थित एनडीए के नेता। जागरण
डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: पीएम मोदी चुनावों का ट्रेंड सेट करने के लिए जाने जाते हैं। विपक्षी दलों पर तंज करने का उनका अनोखा अंदाज लोगों की जुबान पर चढ़ जाता है। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में आयोजित एक चुनावी सभा के दौरान भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
महागठबंधन का सीएम फेस घोषित होने के बाद तेजस्वी यादव ने एनडीए के सीएम फेस को लेकर सवाल उठाना शुरू कर दिया था। अमित शाह के एक इंटरव्यू का हवाला देकर वे लगातार हमला कर रहे थे और सीएम नीतीश को धोखा देने की बात दोहरा रहे थे।
बुधवार को दरभंगा की चुनावी सभा में अमित शाह ने 'कोई वेकेंसी नहीं' कह कर इस कंफ्यूजन को दूर कर दिया। अब पीएम ने महागठबंधन के अंतर्कलह का मुद्दा लोगों के सामने उठाया। पीएम ने दावा किया कि महागठबंधन के घटक दलों विशेषकर राजद और कांग्रेस के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। वे केवल चुनावी लाभ के लिए एक साथ आए हैं।

पानी और तेल के उपमा के साथ उन्होंने कहा कि महागठबंधन के अंदर कांग्रेस और राजद का संबंध कुछ उसी तरह का है जैसे गिलास के अंदर रखे पानी और तेल का होता है। तात्पर्य यह कि केवल दुनिया को दिखाने के लिए एक लगते हैं,लेकिन होते नहीं।
मुजफ्फरपुर की सभा के दौरान जब उन्होंने 'ऊपर से तो दिल मिला, अंदर फांके तीन' कहा तो उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर अभिवादन किया और उनकी बातों का समर्थन भी।
पीएम ने कहा कि अभी केवल सत्ता का लाभ लेने के लिए इन दलों ने अभी गठबंधन किया है। सच्चाई यह है कि इनके कार्यकर्ता एक-दूसरे को पसंद नहीं करते हैं। राजद के कार्यकर्ता कांग्रेसियों से दुश्मनी निकाल रहे हैं।

बुधवार को राहुल गांधी और तेजस्वी की सभा के बारे में पीएम ने कहा कि यह दिखाने की कोशिश की गई कि गठबंधन के दल एक मंच पर और एक साथ हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।
गौरतलब है कि सकरा की सभा के दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी ने एक साथ जनता का अभिवादन नहीं किया था। इतना ही नहीं, महागठबंधन की ओर से सीएम फेस घोषित होने के बाद भी राहुल ने एक बार भी तेजस्वी का नाम सीएम प्रत्याशी के रूप में नहीं लिया था।
राजनीति के जानकार इसको एक संदेश के रूप में देख रहे हैं। वे दलों के आपसी संबंध का इसके विश्लेषण इसके आधार पर कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि तेल पानी और दिल के उदाहरण के माध्यम से पीएम मोदी ने भी इस गैप की ओर इशारा किया है।
सभा में उपस्थित लोगों से उन्होंने कहा कि आज जमानत पर निकले युवराज बिहार को लूटने के लिए आए हैं, लेकिन यह बिहार की जनता है जो कभी इस तरह की अनुमति नहीं देगी।
उन्होंने दावा किया कि जिस किसी भी सर्वे की रिपोर्ट सामने आ रही है उसमें राजद और कांग्रेस की बुरी हार दिख रही है। एनडीए को अब तक की सबसे बड़ी जीत मिल रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के युवा, महिला, किसान और मछुआरे इतिहास बनाने जा रहे हैं। इससे घबरा कर विपक्षी दल के नेता अपने घोषणा पत्र में झूठ ही झूठ बोल रहे हैं। ये बातें न केवल दूसरे लोगों को वरन उनके अपने लोगों को भी हजम नहीं हो रही हैं।
मुजफ्फरपुर की जनसभा में भारी संख्या में जुटे बिहार के मेरे परिवारजनों के जोश और उत्साह ने बता दिया है कि राज्य में एक बार फिर से एनडीए सरकार बनने जा रही है। pic.twitter.com/f0xPziYCdf
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2025

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