BRA Bihar University में परीक्षा पैटर्न नहीं बदलने से पीजी के विद्यार्थियों को परेशानी
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी की पढ़ाई सभी जिलों में होने के बावजूद परीक्षा केंद्र मुख्यालय में ही बन रहे हैं, जिससे विद्यार्थी आक्रोशित हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि सीनेट में मुद्दा उठाने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला। परीक्षा पैटर्न में बदलाव न होने से चंपारण के विद्यार्थियों को ज्यादा परेशानी हो रही है। पीजी सत्र 2024-25 की परीक्षा 24 नवंबर से शुरू हो रही है।

परीक्षा केंद्र को लेकर परीक्षार्थी असंतुष्ट हैं। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के क्षेत्र में आने वाले सभी जिलाें में पीजी की पढ़ाई हो रही है, लेकिन विश्वविद्यालय मुख्यालय में ही परीक्षा केंद्र बन रहे हैं। इससे परीक्षार्थियों में आक्रोश है।
मामले को लेकर वे धरने पर बैठे। परीक्षार्थियों का कहना है कि सरकार ने उच्च शिक्षा काे बढ़ावा देने के लिए सभी जिलाें में पीजी की पढ़ाई अनिवार्य की। इससे विद्यार्थियाें काे फायदा भी मिला। पीजी की सीट भी बढ़कर दाे गुना यानी 11 हजार से अधिक हाे गई है।
लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा के पैटर्न में बदलाव नहीं किया है। विवि मुख्यालय में परीक्षा केंद्र होने की वजह से विद्यार्थियों को काफी परेशानियां होती है।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य इस समस्या को लेकर धरना पर बैठे हैं।
उनका कहना है कि सीनेट की बैठक में हर साल चंपारण में पीजी के लिए परीक्षा केंद्र बनाने का मुद्दा उठता है। बैठक के दाैरान पश्चिम और पूर्वी चंपारण जिले से आने वाले वाले जनप्रतिनिधि शून्यकाल में यह मुद्दा रखते हैं।
हालात यह कि बैठक समाप्त होते ही मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। विश्वविद्यालय मुख्यालय पर पीजी परीक्षा केंद्र बनाए जाने से चंपारण के विद्यार्थियाें काे ही ज्यादा परेशानी हाेती है। पीजी सत्र 2024-25 के सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा 24 नवंबर से शुरू हाे रही है।
पहली पाली में कई बार ट्रेन लेट हाेने पर परीक्षा भी छूट जाती हैं तो दूसरी पाली की परीक्षा देकर वापस घर लाैटना मुश्किल हाे जाता है। उधर, एमजेके कालेज बेतिया में विद्यार्थियाें ने परीक्षा केंद्र बनाने की मांग काे लेकर आंदोलन शुरू किया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आह्वान पर धरना पर बैठे। उधर, परीक्षा नियंत्रक प्राे. राम कुमार ने कहा कि छात्रनेता ने दाे-तीन दिन पहले फाेन करके बताया था कि छात्र धरना पर बैठेंगे। उनकाे कहा गया कि परीक्षा केंद्र का निर्धारण कुलपति की अनुमति से ही हाेगा। वे मुख्यालय में नहीं है।

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