Updated: Sun, 05 Oct 2025 12:05 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में इलाज में लापरवाही के आरोप में मरीज के परिजनों के साथ मारपीट की गई। एमबीबीएस के छात्रों ने परिजनों को कमरे में बंद कर पीटा जिससे अस्पताल में अफरातफरी मच गई। परिजनों ने नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था। घटना के बाद डॉक्टरों ने सुरक्षा की कमी के खिलाफ हड़ताल की धमकी दी है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच में शनिवार सुबह मदर चाइल्ड हॉस्पिटल (एमसीएच) में इलाज में कोताही को लेकर हंगामा करने वाले मरीज के स्वजन को एमबीबीएस के छात्रों ने कमरे में बंद कर पीटा। इस दौरान वहां हंगामा होता रहा। साथ ही अफरातफरी भी मची रही।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मरीज का पिता दिनेश मलिक एसकेएमसीएच में ही सफाईकर्मी है। स्वजन की पिटाई की सूचना पर उपाधीक्षक डॉ. सतीश कुमार ने कहा कि एचओडी डॉ. प्रतिमा से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है।
बताते हैं कि मरीज को अस्पताल लाने के बाद किसी ने संज्ञान नहीं लिया। कोताही का आरोप लगाते हुए स्वजन नर्सिंग स्टाफ व चिकित्सक से भिड़ गए। इसकी सूचना एमबीबीएस छात्रों को मिली।
कमरे में बंद कर पिटाई
हॉस्टल से पहुंचे छात्रों के झुंड ने स्वजन को पकड़ लिया। उनको कमरों में बंद कर दिया और जमकर पिटाई की। एमसीएच में चीखने-चिल्लाने की आवाज आती रही। कई मरीज के स्वजन खौफ में रहे। चार घंटे तक हंगामे के बीच मरीजों का इलाज ठप रहा।
सूचना पर पहुंची एसकेएमसीएच ओपी की पुलिस मूकदर्शक बनी रही। छात्रों के हटने पर पुलिस उन्हें अस्पताल से बाहर निकाल सकी। साथ ही स्वजन मरीज को लेकर निजी अस्पताल चले गए।
एचओडी से मांगी जानकारी
उपाधीक्षक ने बताया कि एचओडी डॉ. प्रतिमा से पूरे मामले की जानकारी मांगी है। एक सफाईकर्मी की रिश्तेदार इलाज के लिए आई थी। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसे वेट एंड वाच के लिए रोका था।
इसी दौरान कुछ लोगों ने चिकित्सक का हाथ पकड़ लिया और नर्सिंग स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया। इसको लेकर चिकित्सक आक्रोशित हो गए थे। पूरे मामले की तहकीकात की जा रही है।
हड़ताल की धमकी
उधर, चिकित्सकों ने एमसीएच में सुरक्षा में लापरवाही को लेकर हड़ताल की धमकी अस्पताल प्रशासन को दी है। उनका कहना था कि एमसीएच में मरीज से ज्यादा उनके स्वजन रहते हैं। इसको लेकर अक्सर विधि-व्यवस्था प्रभावित होती है। कई बार उनके साथ स्वजन उलझ चुके हैं।
वह वर्तमान हालत में इलाज करने में असमर्थ हैं। चिकित्सक का कहना है कि एमसीएच में कुछ अनहोनी घटना होने पर सुरक्षागार्ड नहीं पहुंचते। हेल्थ मैनेजर फोन नहीं उठाते। उन लोगों के साथ कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।