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    कांग्रेस के 'हाथ' से एकबार यह सीट क्या फिसली BJP कुंडली मार कर ही बैठ गई

    By Pramod Kumar Edited By: Ajit kumar
    Updated: Mon, 13 Oct 2025 01:11 PM (IST)

    Bihar Assembly Election 2025: मुजफ्फरपुर का पारू विधानसभा क्षेत्र 42 पंचायतों से बना है। 2020 में यहाँ 60.11% मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं की भागीदारी अधिक थी। पहले यह क्षेत्र पारू दक्षिणी और उत्तरी के रूप में जाना जाता था। 1969 में इसे अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया, फिर सामान्य सीट बनी। वर्तमान में, यह भाजपा का गढ़ है, जहाँ अशोक कुमार सिंह कई बार से जीत रहे हैं। पहले इस सीट पर जैतपुर स्टेट का दबदबा था।

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

    प्रमोद कुमार, मुजफ्फरपुर। Bihar Assembly Election 2025: जिले के पश्चिमी भाग में स्थित पारू विधानसभा क्षेत्र 42 पंचायतों से बनी है। इसमें पारू प्रखंड की 12 एवं सरैया की 30 पंचायतें हैं। आबादी की दृष्टि से यह जिले में छठे स्थान पर है, जबकि मतदाताओं की संख्या के मामले में चौथे। यहां कुल 3.11 लाख मतदाता हैं।

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    इनमें पुरुष 1.64 लाख एवं महिला मतदाताओं की संख्या 1.46 लाख है। पिछले विधानसभा चुनाव 2020 की बात करे तो यहां 60.11 प्रतिशत मतदान हुआ था। महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में 10.77 प्रतिशत अधिक मतदान किया था।

    यानि 55 प्रतिशत पुरुषों एवं 65.77 प्रतिशत महिलाओं ने मदान किया। इस प्रकार विधायक चुनने में महिलाएं अहम भूमिका निभाती हैं।विधानसभा चुनाव का इतिहास देखें तो पारु विधानसभा का अस्तित्व पहले चुनाव से है, लेकिन तब यह पारू दक्षिणी एवं पारू उत्तरी के नाम से जाना जाता था।

    वर्ष 1952 के चुनाव में पारू उत्तरी से कांग्रेस के हरिहर शरण दास एवं दक्षिणी से कांग्रेस के नवल किशोर प्रसाद सिन्हा जीते थे। वहीं 1957 के चुनाव में उत्तरी सीट से एनएनसी के चंदू राम एवं दक्षिणी सीट से कांग्रेस के नवल किशोर प्रसाद सिन्हा जीते थे।

    वर्ष 1957 के चुनाव के बाद दोनों हिस्से को एक कर कर दिया गया। लेकिन साथ ही पारू विधानसभा को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित कर दिया गया। तब 1969 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चंदू राम इस एकीकृत पारू विधानसभा सीट से जीते।

    हालांकि वर्ष 1969 के विधानसभा चुनाव में फिर से इसे सामान्य सीट कर दिया गया। दो दशक से पारू विधानसभा में भाजपा का मजबूत गढ़ बना हुआ है। भाजपा के अशोक कुमार सिंह 2005 अक्टूबर के चुनाव में पहली बार यहां से जीते।

    उसके बाद वह लगातार 2010, 2015 एवं 2020 में विजयी रहे हैं। पांचवीं बार जीत हासिल करने के लिए भी वह कमर कसकर तैयार हैं।बताते चलें कि इस सीट पर पूर्व में जैतपुर स्टेट का कब्जा रहा है।

    यहां से वीरेंद्र कुमार सिंह सर्वाधिक तीन बार, वर्ष 1969, 1972 एवं 1990 तथा एक बार वर्ष 1985 में उषा सिन्हा इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। हालांकि इसी परिवार के अनुनय कुमार सिन्हा दो बार वर्ष 2910 एवं 2020 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के बाद हार चुके हैं। पिछले चुनाव में तो उनकी जमानत तक जब्त हो गई।

    इसके अलावा कांग्रेस के चंदू राम दो बार एवं राजद के मिथिलेश प्रसाद यादव तीन बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वर्ष 2005 अक्टूबर एवं 2019 के चुनाव में लगातार भाजपा के अशोक कुमार सिंह से पराजित होने के बाद मिथिलेश कुमार ने वर्ष 2015 के चुनाव में अपने भतीजे शंकर प्रसाद को राजद की टिकट पर उतारा लेकिन वह जीत हासिल नहीं कर सके। पिछले चुनाव में भी कांग्रेस गठबंधन को पारू सीट चले जाने पर वह निर्दलीय मैदान में उतरे लेकिन अशोक कुमार को जीत से नहीं रोक पाए।

    पारू विधानसभा के मतदाता

    2025

    • कुल मतदाता - 3,11,011
    • महिला - 1,46,833
    • पुरुष - 1,64,171


    2020

    • कुल मतदाता - 3,03,781
    • महिला - 1,44,738
    • पुरुष - 1,64,273
    • मतदान - 60.11 प्रतिशत

    2015 

    • कुल मतदाता - 2,76,036
    • महिला - 1,28,991
    • पुरुष - 1,47,040

    पारू विधानसभा की अबतक की तस्वीर

    • 1952 उत्तरी : हरिहर शरण दत्त कांग्रेस
    • दक्षिणी : नवल किशोर प्र. सिंह कांग्रेस
    • 1957 चंदू राम (34777) एनएनसी - बद्री नाथ पासवान (26846) पीएसपी
    • नवल किशोर सिन्हा (36916) कांग्रेस - शिव शरण सिन्हा (28059) पीएसपी
    • 1962 चंदू राम (17016) कांग्रेस - शिवनंदन राम (8357) एसडब्लूए
    • 1967 शिव शरण सिंह (34406) एसएसपी - बीएनपी सिंह (21661) आइएनसी
    • 1969 वीरेंद्र कुमार सिंह (44662) कांग्रेस - शिव शरण सिंह (36545) एसएसपी
    • 1972 वीरेद्र कुमार सिंह (81683) कांग्रेस - रामदेव ओझा (8283) बीजेएस
    • 1977 श्याम कुमार प्रसाद सिंह (30049) जेएनपी - रामप्रीत राय (11208) आइएनसी
    • 1980 नीतीश्वर प्रसाद सिंह (31288) जेएनपी एसआर - वैदेही देवी (29397) आइएनसी आइ
    • 1985 उषा सिन्हा (70814) एलकेडी - नीतश्वर प्रसाद सिंह (40179) आइएनसी
    • 1990 बिरेंद्र कुमार सिंह (48200) आइएनसी - नीतीश्वर प्रसाद सिंह (34181) निर्दलीय
    • 1995 मिथिलेश प्रसाद यादव (66911) जेडी - प्रमोद कुमार शर्मा (18463) बीपीपी
    • 2000 मिथिलेश प्रसाद यादव (55823) राजद - अनुनय कुमार सिन्हा (30523) आइएनसी
    • 2005 फरवरी मिथिलेश प्र . यादव (38076) राजद - अशोक कुमार सिंह (34060) भाजपा
    • 2005 अक्टूबर अशोक कुमार सिंह (43569) भाजपा - मिथिलेश प्रसाद यादव (40489) राजद
    • 2010 अशोक कुमार सिंह (53609) भाजपा - मिथिलेश प्रसाद यादव (34582) राजद
    • 2015 अशोक कुमार सिंह (80443) भाजपा - शंकर प्रसाद (66904) राजद
    • 2020 अशोक कुमार सिंह (77392) भाजपा - शंकर प्रसाद (62694) निर्दलीय