अब 18 घंटे तक होगी पार्सल की डिलीवरी, मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दो शिफ्ट में काम करने का डीआरएम का आदेश
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पार्सल डिलीवरी का समय अब सुबह 6 से रात 10 बजे तक कर दिया गया है। डीआरएम के आदेश पर यह बदलाव यात्रियों और व्यापारियों की सुविधा के लिए किया गया है। पहले डिलीवरी का समय कम होने से जंक्शन पर भीड़ बढ़ जाती थी लेकिन अब 18 घंटे डिलीवरी उपलब्ध होने से पार्सल पैकेटों की भीड़ कम होगी और यात्रियों को राहत मिलेगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पार्सल की डिलीवरी अब सुबह छह से रात 10 बजे तक होगी। डीआरएम समस्तीपुर ज्योति प्रकाश मिश्रा के आदेश पर नौ से बढ़ाकर 18 घंटे कर दिया गया है। यह व्यवस्था रविवार से लागू कर दी गई है।
18 घंटे के दौरान रेल कर्मी दो शिफ्ट में ड्यूटी करेंगे। सुबह छह से दोपहर दो और उस समय से रात 10 बजे तक ड्यूटी करेंगे। पहले सुबह आठ से शाम पांच बजे से पहले तक डिलीवरी दी जाती थी। इससे शाम को आने वाली ट्रेनों के पार्सल जंक्शन पर डिलीवरी नहीं होने से रह जाते थे।
प्लेटफार्म पर यत्र-तत्र पार्सल पैकेट रहने से यात्रियों को परेशानी होती थी। कई बार पार्सल से टकराकर गिरने से यात्री चोटिल भी हो जा रहे थे। इस अव्यवस्था को लेकर रेलवे बोर्ड के मेंबर से लेकर मध्य रेल मुख्यालय व मंडल स्तरीय पदाधिकारी बोल चुके थे।
सब केवल बोल कर ही चले जा रहे थे, लेकिन नए डीआरएम समस्तीपुर के आने के बाद डिलीवरी का समय बढ़ने से 10 बजे रात तक अधिक से अधिक पार्सल निकल जाएगा। पहले शाम पांच बजे पार्सल की डिलीवरी बंद होने से उन्हें अगले दिन अपना सामान लेने के लिए इंतजार करना पड़ता था।
पार्सल पैकेटों की भीड़ को कम करने तथा यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर ट्रेनों में चढ़ने-उतरने व जंक्शन का अब 18 घंटे पार्सल खुला रहेगा। इससे कारोबारियों को भी राहत मिलेगी।
भगवानपुर रेल फाटक के पास बैरिकेडिंग
मुजफ्फरपुर : भगवानपुर ओवर ब्रिज के पास जहां पर रेल समपार फाटक बंद दिया गया है, वहां से लोग रेल लाइन पार कर आ-जा रहे हैं। इस दौरान वहां ट्रेन धीमी होने पर पटना की रहने वाली दो सगी बैंक अधिकारी बहन 15 सितंबर को कट गई थी।
उसके बाद रेलवे ने वहां लोहे की बैरिकेडिंग कर उस रास्ते को बंद करने का फैसला लिया। डीआरएम समस्तीपुर ज्योति प्रकाश मिश्रा के आदेश पर वहां बैरिकेडिंग का काम शुरू कर दिया है।
वहां रेल लाइन दोनों तरफ लोहे का खंभा लगाकर बैरिकेडिंग की जा रही है, ताकि और किसी की जान नहीं जा सके। बता दें कि वहां रेल लाइन कर्व होने के कारण ट्रेनों के आवागमन की जानकारी सही से नहीं दिखती और ट्रेन में चपेट में आ जाते हैं।
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