दो महीने में करीब छह बार टूटे OHE, मुजफ्फरपुर-मोतिहारी रेलखंड पर लगातार हो रही इस घटना से Maintenance पर सवाल
मुजफ्फरपुर-मोतिहारी रेलखंड पर बार-बार ओएचई तार टूटने से यात्री परेशान हैं। पिछले दो महीनों में छह बार ऐसी घटनाएं हुई हैं जिससे रेलवे के रखरखाव पर सवाल उठ रहे हैं। शनिवार को पीपराहां में तार टूटने से परिचालन बाधित हुआ। पहले भी कई बार तार टूटने से ट्रेनों का मार्ग बदला गया था। डीआरएम ने जांच के आदेश दिए हैं और दो सप्ताह में स्थिति ठीक करने का दावा किया।

इस वर्ष अप्रैल से लेकर अगस्त तक इतनी बार तार टूट चुके फिर भी रेल अधिकारी मेंटेनेंस को लेकर सचेत नहीं हो रहे। शनिवार की शाम सवा छह बजे उक्त रेलखंड के पीपराहां में ओएचई तार टूट गया।
इसको लेकर परिचालन, इलेक्ट्रिक सहित अन्य विभाग के रेल अधिकारियों द्वारा ज्वाइंट नोट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजा गया है। रेलवे मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपये खर्च करती है, फिर भी ओएचई मेंटेनेंस को लेकर सतर्कता नहीं बरती जा रही।
इसको लेकर आधा दर्जन पैसेंजर ट्रेनें विभाग स्टेशनों पर पांच घंटे तक रुकी रही। अप लाइन पर ट्रेनें बिना सिग्नल पेपर पर चलायी गई। वहीं डाउन लाइन से ट्रेनों को गुजारा गया। इसके पहले मई में 14 और 15 मई को लगातार तीन बार इस रूट पर ओएचई टूट गया।
इसके चलते कई ट्रेनों का रूट डायवर्ट करना पड़ा था। कुछ पैसेंजर ट्रेनें रद करनी पड़ी थीं, कुछ ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर ठहराया गया था। उसके बाद पिछले महीने कपरपुरा में तार टूट गया था। गार्डर चढ़ाने के दौरान भी तार टूट गया था, ट्रेनें बाधित होने पर आरपीएफ द्वारा प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी।
ओएचई टूटने के हो सकते कई कारण, जांच के आदेश
पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर के डीआरएम ज्योति प्रकाश मिश्रा ने कहा कि कुछ नए कर्मचारी कार्य संभाल रहे हैं, इसको लेकर अभी कुछ कठिनाइयां आ रही हैं। वैसे रेल कर्मियों को ट्रेनिंग देने की जरूरत है।
वरिष्ठ विद्युत अभियंता, स्टेशन-वार, अनुभाग का विस्तृत निरीक्षण करेंगे और प्रत्येक स्थान के लिए कमियों की रिपोर्ट देंगे। कर्मचारियों के प्रशिक्षण और अनुभव के अलावा, हम यह भी देखेंगे कि क्या कोई उपकरण कोई समस्या तो पैदा नहीं कर रहा। उन्होंने एक पखवारे में सही होने का दावा किया है।
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