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    यूपी के पडरौना से वापस मधुबनी आएगा जल संसाधन विभाग का कार्यालय

    By Ajit KumarEdited By:
    Updated: Wed, 28 Jul 2021 11:48 AM (IST)

    977 में बाढ़ आने पर बगहवा टांड से कार्यालय उत्तर प्रदेश कर दिया गया था स्थानांतरित। दैनिक जागरण में 26 जुलाई को खबर छपने के बाद बगहवा टांड में कार्यालय की जमीन की खोज शुरू। जल संसाधन विभाग गोपालगंज के मुख्य अभियंता ने इसके संबंध में संज्ञान लिया है।

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    मधुबनी प्रखंड के बगहवा टांड में जल संसाधन विभाग के कार्यालय की 1972 में स्थापना हुई थी।

    पिपरासी (पश्चिम चंपारण) संसू.। पिपरा-पिपरासी तटबंध की देखरेख के लिए मधुबनी प्रखंड के बगहवा टांड के जल संसाधन विभाग का कार्यालय उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के पडरौना से अब यहां आएगा । इससे जुड़ी खबर 'बिहार का विभाग, यहीं के अधिकारी, यूपी में चलता कार्यालयÓ दैनिक जागरण में 26 जुलाई को प्रकाशित होने के बाद विभाग ने गंभीरता से लिया है । 

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    कार्यपालक अभियंता से रिपोर्ट तलब

    जल संसाधन विभाग , गोपालगंज के मुख्य अभियंता प्रकाश दास ने अपने अधीन आने वाले इस कार्यालय के संबंध में संज्ञान लिया है । उन्होंने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय, पडरौना के कार्यपालक अभियंता से रिपोर्ट तलब की है। निर्देश दिया है कि यदि पूर्व में विभाग का कार्यालय बगहवा टांड में संचालित होता था तो वह भूमि फिलहाल किसके कब्जे में है ? निर्देश के आलोक में कार्यपालक अभियंता ने कनीय अभियंता धर्मेंद्र कुमार को मौके पर भेजा ।

    अभी पक्के भवन का निर्माण चल रहा है

    कनीय अभियंता ने बताया कि स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला है कि विभाग की करीब डेढ़ एकड़ जमीन यहां उपलब्ध है, जिसपर स्थानीय लोगों ने कब्जा जमा रखा है। पहले यहां विभाग के रोलर रखे थे, जो भीगकर खराब हो गए। मुख्य अभियंता का कहना है कि रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद कार्यवाही की अनुशंसा के साथ विभाग को पत्राचार किया जाएगा। ज्ञात हो कि मधुबनी प्रखंड के बगहवा टांड में जल संसाधन विभाग के कार्यालय की 1972 में स्थापना हुई थी। उस समय आवागमन की सुविधा और बिजली नहीं थी। वर्ष 1977 की बाढ़ के बाद कार्यालय को 25 किलोमीटर दूर पडरौना में स्थानांतरित कर दिया गया था। वहां बिहार के राज्यपाल के नाम से एक एकड़ जमीन भी खरीदी गई थी। वहां बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या एक, दो और अधीक्षण अभियंता के कार्यालय बनाए गए थे। अभी पक्के भवन का निर्माण चल रहा है।