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    Ramdayalu ROB: पुल निर्माण निगम नहीं अब NHAI बनाएगा रामदयालु आरओबी, नए सिरे से जारी होगा टेंडर

    Updated: Fri, 11 Jul 2025 12:57 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में रामदयालु आरओबी अब एनएचएआई द्वारा बनाया जाएगा क्योंकि पुल निर्माण निगम की डिजाइन से मुजफ्फरपुर-बरौनी फोरलेन में बाधा आ रही थी। एनएचएआई के परियोजना निदेशक के अनुसार चूंकि फोरलेन का निर्माण एनएचएआई कर रहा है इसलिए आरओबी का निर्माण भी वही करेगा। 187 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए एनएचएआई जल्द ही नया टेंडर जारी करेगा।

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    अब एनएचएआई बनाएगा रामदयालु आरओबी। (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। रामदयालु आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण अब पुल निर्माण निगम लिमिटेड नहीं एनएचएआई करेगा। दरअसल, एनएचएआई द्वारा मुजफ्फरपुर-बरौनी फोरलेन का निर्माण किया जाना है और आरओबी का संरेखन (एलाइनमेंट) इसके आड़े आ रहा था।

    इसके अलावा आरओबी का एक रैंप भी एनएचएआई की सड़क में मिलता है। इससे मुजफ्फरपुर-बरौनी फोरलेन की डिजाइन में बदलाव करना पड़ता। पूर्व से निर्मित रामदयालु पुल को भी फोरलेन किया जाना है। आरओबी की जो डिजाइन पुल निर्माण निगम ने बनाई थी, उससे रामदयालु पुल प्रभावित हो रहा था।

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    इसके लिए एनएचएआई से एनओसी भी नहीं लिया गया था। पुल निर्माण विभाग व एनएचएआई के पदाधिकारियों के बीच मुजफ्फरपुर से पटना तक करीब 10 बैठकें हुईं। आरओबी व फोरलेन सड़क की डिजाइन में बदलाव करने और एनओसी देने को लेकर भी चर्चा हुई, लेकिन बात नहीं बनी। ऐसे में अब एनएचएआई ही रामदयालु आरओबी का निर्माण करेगा।

    अपने अनुसार कराएंगे निर्माण

    एनएचएआई के परियोजना निदेशक ने बताया मुजफ्फरपुर-बरौनी फोरलेन का निर्माण हमलोग करा ही रहे हैं और यह आरओबी भी उसका एक हिस्सा होगा तो अलग-अलग विभाग निर्माण क्यों कराएगा। हम अपने अनुसार ही इसका निर्माण कराएंगे। दोनों विभाग अगर निर्माण करेंगे तो सामंजस्य बैठाना थोड़ा मुश्किल होगा। एक सप्ताह में इसपर अंतिम मुहर लग जाएगी। यह परियोजना एनएचएआई को मिल जाएगी।

    विदित हो कि 187 करोड़ रुपये से इसका निर्माण होना है। राशि आवंटित होने के साथ टेंडर भी फाइनल कर लिया गया था। रेलवे की ओर से भी पुल निर्माण निगम की ओर से बनाए गए आरओबी की डिजाइन को स्वीकृति दी गई थी। उन्होंने एनएचएआई से एनओसी नहीं लिया।

    नियमानुसार शुरू में ही एनएचएआई से एनओसी लेने की प्रक्रिया पूरी करते, लेकिन एक चूक से पूरी मेहनत पर पानी फिर गया। परियोजना निदेशक ने बताया एनएचएआई अब अपने स्तर से नए सिरे से टेंडर जारी करेगा।