East champaran News : नेपाल पुलिस ने सीमावर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में नष्ट किया गांजा की खेती
नेपाल में गांजा चरस और अफीम की खेती पर प्रतिबंध है। जिसे कुछ नारकोटिक्स कारोबारी किसान गुप्त स्थलों पर गन्ने के खेत के आड़ में गांजा की खेती कर रहे थे। जिसके पौधा अब लहलहाने लगा था। इसकी गुप्त सूचना पुलिस को मिली।

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। रक्सौल सीमावर्ती अनुमंडल से सटे बारा जिला नेपाल के कलैया में पुलिस ने करीब बारह एकड़ में प्रतिबंधित गांजा यानी नारकोटिक्स के खेती को नष्ट किया। इसकी जानकारी जिला मुख्यालय डीएसपी सह पुलिस प्रवक्ता गौतम मिश्र ने दी। बताया कि नेपाल में गांजा ,चरस और अफीम की खेती पर प्रतिबंध है। जिसे कुछ नारकोटिक्स कारोबारी किसान गुप्त स्थलों पर गन्ने के खेत के आड़ में गांजा की खेती कर रहे थे। जिसके पौधा अब लहलहाने लगा था। इसकी गुप्त सूचना पुलिस को मिली।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए। टीम गठन किया। उक्त टीम बारा जिले के निजगढ़, लाल टोला, थालीभंजाग आदि अलग-अलग जगहों पर गंजा के खेती को नष्ट किया। इसके साथ ही कस्तकारो यानी किसानों को नारकोटिक्स का खेती नही करने की चेतावनी दिया। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक भारत-नेपाल सीमा के आसपास नारकोटिक्स की खेती नही करना है। इसके साथ नेपाल से भारत के विभिन्न शहरों में गांजा,चरस और अफीम की तस्करी होती रही है। जिसका खुलासा एसएसबी,सीमाशुल्क कार्यालय और स्थानीय थाना जब्त कर किया है। भारत-नेपाल सीमा के हाईलेवल बैठक में प्रतिवर्ष नारकोटिक्स ,नशीला दवा और ड्रग्स की तस्करी पर अंकुश लगाने पर चर्चा भी होती रही हैं।
धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज
जिले के घोड़ासहन थाना क्षेत्र के चंपापुर गांव निवासी मनीष कुमार ने पुलिस को आवेदन देकर कहा है कि शहर के बेलीसराय मोहल्ला निवासी ङ्क्षपटू कुमार ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित एक जमीन पर उनसे 17 लाख 50 हजार रुपया लिया। बाद में उस जमीन दूसरे से बेंच दिया। जानकारी होने पर जब पैसे की मांग की तो पंचायत के बाद नौ लाख 50 हजार व आठ लाख का दो चेक एचडीएफसी बैंक के नाम से दिया। जब उस चेक को उन्होंने अपने एसबीआई के खाते में जमा किया तो पैसा के अभाव में चेक बाउंस कर गया। मामले में पूछताछ की तो गाली-गलौज व मारपीट की। पुलिस ने आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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