पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों को निशुल्क E-book उपलब्ध करा रहा NCERT, ऐसे कर सकते डाउनलोड
स्कूल बंद होने के कारण विद्यार्थियों को नहीं मिल सकी है पाठ्य-पुस्तक। ऐसे में विद्यार्थियों की परेशानी को दूर करने के लिए एनसीईअारटी ने ई.बुक जारी किय ...और पढ़ें

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बिना परीक्षा का आयोजन किए ही पहली से 9वीं और 11 कक्षा के छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रोन्नति (Promotion) दे दी गई है। लेकिन, लॉकडाउन (Lockdown) के कारण स्कूल नहीं खुला इससे विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिल सकी हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की परेशानी को दूर करने के लिए एनसीईआरटी (NCERT) ने पहली से 12वीं कक्षा तक की सभी पुस्तकों को ऑनलाइन ई.बुक (Online E-book) के रूप में जारी कर दिया है। विद्यार्थी पीडीएफ फॉर्मेट (Pdf Format) में उपलब्ध ई.बुक को डाउनलोड (Download) कर पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इसका प्रचार-प्रसार करने को लेकर राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (State program officer) ने डीईओ (DEO) को पत्र भी लिखा है।
इसमें कहा गया है कि अगली कक्षा में जाने वाले विद्यार्थियों को विभाग की ओर से पुस्तक उपलब्ध नहीं कराई गई है। ऐसे में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान (National academic research) और प्रशिक्षण परिषद (Training council) एनसीईआरटी की ओर से सभी पुस्तकों को ई.बुक फॉर्मेट में उपलब्ध कराया गया है। डीईओ डाॅ.विमल कुमार ने बताया कि ई.बुक का प्रचार-प्रसार करने को लेकर संबंधित पदाधिकािरयों को निर्देश दिया गया है। बता दें कि दूरदर्शन (Doordarshan) पर कक्षाओं का संचालन हो रहा है। ऐसे में ई.बुक भी विद्यार्थियों के लिए काफी कारगर हो सकता है।
ऐसे कर सकते डाउनलोड
ई-बुक डाउनलोड करने के लिए वेबसाइट ncert.nic.in को आेपेन करें। इसके बाद पब्लिकेशन कॉलम को क्लिक करें। इसमें ई-बुक्स पर क्लिक करें। इसके बाद टेक्सट बुक वन टू 12 पीडीएफ के लिंक को खोेलें। इसमें कक्षा, विषय और किताब का नाम का विकल्प चुनने के बाद किताब पीडीएफ फॉर्मेट में स्क्रीन पर दिखने लगेगी। विद्यार्थी चाहें तो ऑनलाइन भी उसे पढ़ सकते हैं और पीडीएफ को डाउनलोड कर ऑफलाइन भी अध्ययन किया जा सकता है।
दूरदर्शन के कार्यक्रम का फीडबैक देने को कहा गया
शिक्षा विभाग ने लॉकडाउन की अवधि में छात्र-छात्राएं तनाव में नहीं चले जाएं इसको लेकर मेरा दूरदर्शन मेरा विद्यालय कार्यक्रम की शुरूआत की थी। अब विभाग की ओर से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों से इसका फीडबैक देने को कहा गया है।

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