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    एनसीसी कैडेट को सी प्रमाणपत्र में लग जाते चार साल, अग्निवीर को तो वेतन के साथ मिलेगा उज्ज्वल भविष्य

    By Ajit KumarEdited By:
    Updated: Sat, 18 Jun 2022 07:44 AM (IST)

    Agneepath Scheme सेना में जाने के इच्छुक नौजवानों के लिए एनसीसी की जगह अग्निवीर बेहतर विकल्प। चार साल बाद एकमुश्त बड़ी रकम भी हाथ आएगी। एनसीसी में नहीं मिलती कोई राशि इसमें सैन्य प्रशिक्षण के साथ वेतन ला सकता बड़ा बदलाव।

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    25 प्रतिशत को सेना में लंबी अवधि के लिए काम करने का मौका मिलेगा। फाइल फोटो

    मुजफ्फरपुर, [प्रमोद कुमार]। Agneepath Scheme: अग्निपथ योजना का बिहार समेत देश के कई भागों में विरोध हो रहा है। कहा जा रहा कि युवाओं को महज चार वर्ष की ही नौकरी मिलेगी। दूसरी ओर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) में शामिल होकर सैन्य शिक्षा ग्रहण करने की इच्छा रखने वाले युवा अग्निपथ को बेहतर विकल्प मान रहे हैं। उनका कहना है कि अग्निवीर बनने पर प्रशिक्षण के साथ वेतन भी मिलेगा। चार साल बाद एकमुश्त बड़ी रकम भी हाथ आएगी। 25 प्रतिशत को सेना में लंबी अवधि के लिए काम करने का मौका मिलेगा। इतना अच्छा विकल्प कहां मिलेगा। एनसीसी का सी प्रमाणपत्र प्राप्त कर चुके कैडेटों की मानें तो इसे प्राप्त करने के लिए उन्हें चार वर्ष तक अलग-अलग कैंप करने पड़ते हैं। कोई रकम नहीं मिलती। सेना में भर्ती के लिए कुछ छूट अवश्य रहती है। वहीं, अग्निपथ के माध्यम से अब वे सीधे सेना में शामिल हो सकते हैं। चार साल बाद इच्छानुसार किसी दूसरी सेवा में भी जा सकते हैं। 

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    दोनों इच्छा पूरी कर सकते

    रंजन कुमार द्विवेदी ने वर्ष 2009 में एनसीसी का सी सर्टिफिकेट हासिल किया था। उनका कहना है कि युवा अपने जीवन को अनुशासित बनाने व शिक्षा लेने के लिए एनसीसी में शामिल होते हैं। बी एवं सी सर्टिफिकेट लेने के बाद कुछ ही सेना में जा पाते हैं। नए विकल्प में युवा अग्निवीर बनकर दोनों इच्छा पूरी कर सकते हैं। इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिए। अभिषेक कुमार ने वर्ष 2015 में एनसीसी में शामिल होकर सी प्रमाणपत्र हासिल किया था। इच्छा थी सेना में शामिल होकर देश सेवा कर सकें, लेकिन अवसर नहीं मिल सका। वह कहते हैं, एनसीसी में शामिल होने की इच्छा रखने वाले युवाओं के लिए अग्निपथ अच्छा अवसर है। जितना समय प्रमाणपत्र हासिल करने में लगाएंगे, वे अग्निवीर बनकर देश सेवा और उसके बाद मन मुताबिक नौकरी कर सकते हैंं।

    युवाओं के लिए यह अच्छा विकल्प

    अंकित कुमार ने तीन साल तक एनसीसी का प्रशिक्षण लिया। वह कहते हैं कि सेवा के साथ सैन्य प्रशिक्षण मिल रहा तो विरोध कैसा। इसे समझने की जरूरत है। एनसीसी कैडेट देवेश्वर कुमार कहते हैं कि तीन वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद प्रमाणपत्र मिला था। इस दौरान कोई राशि नहीं मिली। अपना ही खर्च करना पड़ा। तब अग्निपथ जैसा विकल्प नहीं था। युवाओं के लिए यह अच्छा विकल्प है। लेफ्टिनेंट कर्नल, एनसीसी मनमोहन ठाकुर का कहना है कि एनसीसी में दक्ष बनाकर सी सर्टिफिकेट दिया जाता है, ताकि सेना बहाली में मदद मिल सके। अग्निवीर में प्रशिक्षण के साथ नौकरी भी मिलेगी। इससे देश और युवाओं को भविष्य में काफी फायदा होगा। सेना में अधिकारियों की भर्ती में स्थायी कमीशन के साथ शार्ट सर्विस भी है। इसी तरह अग्निवीर है। विरोध करने वालों को इसे समझने की जरूरत है।