नमो देव्यै महादेव्यै: बचपन से ही था मरीजों की सेवा का भाव, बेहतर सेवा के लिए अब दिया गया अवार्ड
मुजफ्फरपुर की सीएचओ सोमा कुमारी को मरीजों की उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया। दादी की बीमारी से प्रेरित होकर उन्होंने नर्सिंग की पढ़ाई की और स्वास्थ्य सेवा को अपना कैरियर बनाया। सम्पूर्णता अभियान में उनके बेहतर प्रदर्शन और मरीजों तक दवा पहुंचाने के प्रयासों के लिए उन्हें यह सम्मान मिला। सोमा महिलाओं के बीच जागरूकता अभियान भी चलाती हैं।

अमरेन्द्र तिवारी, मुजफ्फरपुर। मुशहरी प्रखंड के भगवानपुर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) सोमा कुमारी को मरीजों की बेहतर सेवा के लिए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सम्मानित किया। सम्मान का यह क्षण याद कर वह भावुक हो जाती हैं।
बताती हैं कि जब मैट्रिक की पढ़ाई कर रही थीं, तभी उनकी दादी गंभीर रूप से बीमार हो गईं। चिकित्सक ने उन्हें नियमित अस्पताल लाने व सिर मुंडवाने की सलाह दी। दादी के बाल व शरीर में अचानक घाव हो गए थे।
उस समय सोमा ने उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय घर पर ही समय पर दवा व ड्रेसिंग कर स्वस्थ कर दिया तभी उन्होंने संकल्प लिया कि जीवन में स्वास्थ्य सेवा को करियर की प्राथमिकता बनाएंगी।
स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद नर्सिंग की पढ़ाई की। मेहनत रंग लाई और उन्हें स्वास्थ्य विभाग में सेवा का अवसर मिला। विभाग की ओर से इस साल संपूर्णता अभियान चलाया गया, जिसमें उनके सेंटर पर मिलने वाली सेवाओं के मूल्यांकन के बाद उनके नाम का चयन किया गया।
बेहतर काम के लिए सम्मानित किया गया। वह नियमित रूप से वरीय नागरिकों का बीपी, शुगर जांचती हैं और गर्भवती की समय पर जांच व इलाज पर विशेष ध्यान देती हैं। जरूरतमंद मरीजों के घर तक दवा पहुंचाना दिनचर्या का हिस्सा है। उनकी इसी निष्ठा व सेवा भावना के लिए उन्हें सम्मानित किया गया।
वरीय नागरिक को समय पर पहुंचाई दवा
सोमा बताती हैं कि एक महिला मरीज बीपी व शुगर की समस्या से जूझ रही थीं। यहां दो महीने तक नियमित दवा लेने के बाद स्थिति नियंत्रण में रही। एक दिन सेंटर बंद होने से पहले सोमा मरीजों की दवा की समीक्षा कर रही थीं तो पता चला कि वह महिला दवा लेने नहीं आई।
उन्होंने तुरंत मरीज को काल की। पता चला वह एक कैंसर मरीज का इलाज करा रही थीं और सुबह में दवा खत्म हो गई थी। सोमा ने तुरंत स्वजन के माध्यम से दवा भिजवाई। दो दिन बाद वह महिला सेंटर आईं और कहा समय पर दवा नहीं मिलती तो परेशानी हो जाती।
वह महिलाओं के बीच नियमित जागरूकता व टीकाकरण अभियान चलाती रहती हैं। उनके सेंटर पर वरीय अधिकारी नियमित रूप से विजिट करते हैं। उनका संकल्प है कि यहां आने वाले हर मरीज की जांच व इलाज सुनिश्चित हो।
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