15 साल के इंतजार के बाद मुजफ्फरपुर-हाजीपुर बाईपास पर आवागमन शुरू, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
मुजफ्फरपुर-हाजीपुर बाईपास पर 15 साल बाद यातायात शुरू हो गया है, जिससे यात्रियों को जाम से राहत मिलेगी। निर्माण में देरी के बाद, बाईपास मुजफ्फरपुर और हाजीपुर के बीच दूरी और यात्रा समय को कम करेगा। शहर के ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

मुजफ्फरपुर-हाजीपुर बाईपास पर आवागमन शुरू
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर- हाजीपुर बाईपास पर शनिवार से आवागमन शुरू हो गया। इसमें करीब 15 वर्ष लग गए। यह बाइपास कई मायनों में महत्वपूर्ण है। मुजफ्फरपुर-हाजीपुर एनएच स्थित मधौल से शुरू होकर यह सीधे सदातपुर फोरलेन से जुड़ता है, जहां से मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी जाया जा सकता है।
अब उक्त जिलों में जाने के हाजीपुर से आने के दौरान रामदयालु आने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे रामदयालु से लेकर चांदनी चौक तक ट्रैफिक लोड बहुत कम जो जाएगा। इसी प्रकार मोतिहारी, सीतामढ़ी और दरभंगा से जिन्हें हाजीपुर या पटना जाना होगा।
बाईपास करीब 17 किलोमीटर लंबा
वे भी सदातपुर से सीधे इस फोरलेन के माध्यम से जा सकेंगे। शनिवार को एनएचएआइ ने इस मार्ग को आमलोगों के लिए खोल दिया। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया।
विदित हो कि इस यह बाईपास करीब 17 किलोमीटर लंबा है। इसके निर्माण पर दो सौ करोड़ रुपये खर्च किए हैं। जबकि भूमि अधिग्रहण पर करीब 199 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। वर्ष 2010 में इसके निर्माण की स्वीकृति मिली थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण में तकनीनी समस्या के कारण 2012 से काम शुरू हुआ, फिर कुछ दिन मामला उलझ गया और रैयत कोर्ट चले गए।
इस कारण करीब छह वर्षों तक कार्य बंद रहा। कोर्ट के आदेश वर्ष 2021-22 से काम शुरू हुआ और अब जाकर पूरा हुआ।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।