Muzaffarpur Weather Update: अक्टूबर में बारिश ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड, आज कैसा रहेगा मौसम?
मुजफ्फरपुर में अक्टूबर में पिछले 10 वर्षों की सबसे अधिक बारिश हुई, जिससे तापमान में 11 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई। इस अप्रत्याशित बदलाव ने एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है, लेकिन ठंड भी बढ़ गई है। बदलते मौसम के अनुसार तैयार रहने की सलाह दी गई है।

मुजफ्फरपुर में टूटा बारिश का रिकॉर्ड
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मोंथा चक्रवाती तूफान के कारण पिछले तीन दिनों में जिले में 53 मिमी से अधिक बारिश हुई है। पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक बारिश का रिकार्ड दर्ज किया गया है। शुक्रवार को दिनभर बारिश होती रही। केवल बुधवार को 50.6 मिमी बारिश का रिकार्ड दर्ज किया गया है।
सुबह से देर शाम तक बारिश होती रही। इससे जन जीवन अस्त-व्यस्त रहा। बारिश से तापमान में भी कमी दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की कमी आई है।
पिछले चार दिनों में 11.6 डिग्री तापमान गिरा है। इससे ठंड ने भी दस्तक दे दी है। आने वाले दिनों में इसमें और भी कमी आएगी। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री रिकार्ड किया गया है। यह सामान्य से 8.2 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री कम है।
आज तक चक्रवाती तूफान का रह सकता प्रभाव
चक्रवाती तूफान का प्रभाव जिले में अगले 12 से 24 घंटे तक रह सकता है। इस दौरान ज्यादातर स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा भी हो सकती है। शनिवार को दोपहर के बाद मौसम में सुधार होने की संभावना है। अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान 25-28 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।
वहीं, न्यूनतम 21-23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है। बताया गया है कि इस दौरान औसतन सात से 10 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से पुरवा चल सकती है। चार व पांच नवंबर को पछिया भी चल सकती है।
दूसरी ओर मौसम विभाग ने किसानों के लिए भी सामयिक सुझाव जारी किए हैं। कहा है कि पिछले दिनों में मौसम खराब होने से अच्छी वर्षा हुई है। साथ ही अगले कुछ घंटों में भी बारिश की संभावना है। ऐसे में किसान धान की कटनी व दौनी कार्य स्थगित रखें। मौसम साफ रहने पर ही इसे करें।
किसान खेतों से जलनिकासी का उचित प्रबंध करें। मौसम को देखते हुए रबी मक्का की बोआई दो से तीन दिनों के बाद कर सकते हैं। आलू की रोपाई के लिए तापमान अनुकूल हो रहा है। ऐसे में किसान खेत की तैयारी व रोपाई दो से तीन दिनों के बाद शुरू करें। लहसुन की रोपाई दो से तीन दिनों के बाद करें।

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