Law Entrance Exam Result: अब लॉ प्रवेश परीक्षा के लिए 25% क्वालीफाइंग मार्क्स, बोर्ड की बैठक में बड़ा फैसला
मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय (Muzaffarpur University) ने लॉ प्रवेश परीक्षा के परिणाम जारी करने के लिए क्वालीफाइंग अंकों में कमी कर दी है। अब अभ्यर्थियों के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स 25 प्रतिशत कर दिया गया है। यह निर्णय कुलपति प्रो. डीसी राय की अध्यक्षता में आयोजित परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया। इससे पहले क्वालीफाइंग अंक 50 प्रतिशत और फिर 45 प्रतिशत थे।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। लॉ प्रवेश परीक्षा का परिणाम (Law Entrance Exam Result) जारी करने के लिए क्वालीफाइंग अंक में कमी कर दी गई है। अभ्यर्थियों के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स को अब 25 प्रतिशत कर दिया गया है। यह फैसला गुरुवार को कुलपति प्रो. डीसी राय की अध्यक्षता में आयोजित परीक्षा बोर्ड की बैठक में लिया गया है। परीक्षा बोर्ड में अन्य कई मामलों पर भी सदस्यों ने निर्णय लिया है।
एलएलबी की प्रवेश परीक्षा 20 अक्टूबर को हुई थी और उसके बाद से करीब 2 महीने से विद्यार्थी रिजल्ट की प्रतीक्षा कर रहे थे। एलएलबी की प्रवेश परीक्षा में पहले क्वालीफाइंग अंक 50 प्रतिशत निर्धारित था उसके बाद पिछले परीक्षा बोर्ड की बैठक में उसे घटकर 45 प्रतिशत किया गया, बावजूद इसके इक्के दुक्के विद्यार्थी ही क्वालीफाइंग अंक को प्राप्त कर रहे थे।
इस कारण परीक्षा परिणाम भी जारी नहीं किया जा रहा था। एलएलबी में रिजल्ट जारी करने और सीटों को भरने के लिए क्वालीफाइंग मार्क्स 25 प्रतिशत किया गया है।
20 अक्टूबर को हुई थी प्रवेश परीक्षा
- विश्वविद्यालय के करीब एक दर्जन से अधिक कालेजों में एलएलबी और प्री लॉ कोर्स में नामांकन के लिए 20 अक्टूबर को प्रवेश परीक्षा हुई थी।
- करीब दो महीने बीत जाने के बाद भी अब तक विद्यार्थी परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। दूसरी ओर बताया जा रहा है कि एक से दो दिन में रिजल्ट जारी होगा। कोर्स का सत्र बेपटरी होना तय है।
- परिणाम जारी होने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से नामांकन के लिए अधिसूचना जारी होगी। ऐसे में लॉ कोर्स की कक्षाओं का संचालन कब से होगा और कब इसकी परीक्षा होगी इस पर विद्यार्थियों की चिंता बढ़ रही है।
डिप्लोमा इन रशियन की एग्जामिनेशन फीस
नए कोर्स डिप्लोमा इन रशियन की एग्जामिनेशन फीस निर्धारित की गई है। यह 1480 रुपए होगी। डिग्री सेक्शन में अब केवल नियमित कर्मचारी ही कार्य करेंगे। इसके अलावा, बोर्ड की बैठक में तय किया गया कि पीजी थर्ड सेमेस्टर में जो छात्र एक और दो नंबर से फेल कर गये हैं उनके लिए रीटोटलिंग कमेटी बनाई जाए। छात्र की कॉपी को देखा जाएगा कि सभी उत्तर का मूल्यांकन हुआ या नहीं। रीटोटलिंग में कोई नंबर तो नहीं छूट गया है।
पीजी थर्ड सेमेस्टर में बड़ी संख्या में छात्र कम नंबर से फेल कर गये थे। परीक्षा बोर्ड की बैठक में पुराने स्पेशल टेबलेटर को हटाकर नए टैबलेटर बहाल करने का फैसला किया गया। सभी नये टैबलेटर अंगीभूत कालेजों के होंगे।
मूल्यांकन में अब मुख्य परीक्षक की नियुक्ति की जाएगी और डिग्री सेक्शन में सिर्फ नियमित कर्मचारी काम करेंगे। विश्वविद्यालय के चार स्पेशल टेबलेटर को बदल दिया गया है। चार नए टेबल लेटर की नियुक्ति होगी। यह सभी अंगीभूत कालेज के शिक्षक होंगे।
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