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    20 दिसंबर से बदलेगा मुजफ्फरपुर का ट्रैफिक सिस्टम, तीन जोन में चलेंगे ऑटो-ई रिक्शा

    By Babul Deep Edited By: Ajit kumar
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 11:19 PM (IST)

    Muzaffarpur traffic plan: मुजफ्फरपुर में 20 दिसंबर से ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव होगा। शहर को तीन जोन में बांटकर ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन होगा। शहरी ...और पढ़ें

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    शहरी क्षेत्र में मीटरयुक्त आटो, ई-रिक्शा का होगा परिचालन। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur auto e-rickshaw: शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने और जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए मुजफ्फरपुर को तीन जोन में बांटकर ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन की तैयारी पूरी कर ली गई है।

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    नगर आयुक्त, एसडीओ पूर्वी तुषार और ट्रैफिक डीएसपी की संयुक्त बैठक में इसको लेकर प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसे स्वीकृति के लिए जिलाधिकारी के पास भेजा गया है। संभावना है कि इस पर मुहर लगते ही 20 दिसंबर से नया ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया जाएगा।

    नए प्लान के तहत शहर के विभिन्न रूटों पर करीब 4700 ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन किया जाएगा। इसके साथ ही शहरी क्षेत्र में मीटरयुक्त ऑटो और ई-रिक्शा चलाने का भी निर्णय लिया गया है, जिनकी पहचान उजले रंग से होगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे यात्रियों को पारदर्शी किराया व्यवस्था का लाभ मिलेगा।

    यातायात को सुचारू रखने के लिए सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने और ऑटो-ई रिक्शा के लिए निर्धारित ठहराव स्थल तय करने की भी योजना है। इससे सड़कों पर अनावश्यक रुकावट कम होगी और एंबुलेंस व अन्य आपातकालीन वाहनों को आने-जाने में सुविधा मिलेगी। दुकानों के सामने अवरोध और अनियंत्रित पार्किंग की समस्या भी घटेगी।

    रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से संचालित होने वाले रिजर्व ऑटो को तीनों जोन के सभी रूटों पर चलने की अनुमति दी जाएगी। ऐसे वाहनों की अनुमानित संख्या करीब 600 बताई गई है। वहीं शहरी क्षेत्र में ओवरलोडिंग, काला शीशा, प्रेशर हॉर्न और अनधिकृत बोर्ड लगे तीनपहिया वाहनों पर सख्ती से जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

    संघ के प्रस्ताव में किया गया संशोधन

    ऑटो रिक्शा कर्मचारी संघ और ई-रिक्शा कर्मचारी संघ की ओर से 22 रूटों का प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया गया था। प्रशासन द्वारा किए गए अध्ययन में कई रूट आपस में ओवरलैप पाए गए, जबकि कुछ मार्ग यातायात दबाव और सड़क की चौड़ाई के लिहाज से व्यवहारिक नहीं थे। इसके बाद परिचालन क्षमता के आधार पर जोन और रूट का नया निर्धारण किया गया।

    हर जोन में सीएनजी रिफलिंग सेंटर

    तीनों जोन में ऑटो और ई-रिक्शा के लिए अलग-अलग सीएनजी रिफलिंग सेंटर उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि वाहन अपने निर्धारित क्षेत्र में ही संचालित रहें। दो जोन के जंक्शन प्वाइंट पर ऑटो-ई रिक्शा स्टैंड भी बनाए जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले वाहनों के लिए अलग प्वाइंट तय कर शहरी क्षेत्र में उनके प्रवेश और निकास को नियंत्रित किया जाएगा।

    इसके अलावा प्रत्येक जोन और रूट के लिए अलग-अलग कलर कोड और रूट कोड तय किया गया है, जिससे वाहन की पहचान और निगरानी आसान हो सके।