SKMCH से 24 गनमैन का टेंडर रद, अधीक्षक ने की कार्रवाई; कहा- अस्पताल की सुरक्षा में गार्ड की जरूरत नहीं
मुजफ्फरपुर के SKMCH में 24 गनमैन का टेंडर अधीक्षक ने रद्द कर दिया है। अधीक्षक का कहना है कि अस्पताल की सुरक्षा के लिए गार्ड की आवश्यकता नहीं है। इस फै ...और पढ़ें

फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (एसकेएमसीएच) की प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ. आभा रानी सिन्हा ने अस्पताल की सुरक्षा के लिए तैनात आउटसोर्सिंग एजेंसी मेसर्स गोस्वामी सिक्यूरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के 24 गनमैन गार्ड का टेंडर रद कर दिया है।
उन्होंने एजेंसी को तत्काल प्रभाव से 24 गनमैन गार्ड को हटाने को कहा है। प्राचार्य ने बताया कि अस्पताल की सुरक्षा में गनमैन गार्ड की जरूरत नहीं है। इसके लिए उनको हटा दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, एसकेएमसीएच में वर्ष 2018 से ही आउटसोर्सिंग एजेंसी मेसर्स गोस्वामी सिक्यूरिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के तहत गनमैन तैनात थे। इनके अतिरिक्त 172 नन गनमैन गार्ड हैं। हर वर्ष टेंडर होना था, लेकिन सात वर्ष के बाद भी अधीक्षक कार्यालय की मेहरबानी से टेंडर नहीं किया गया। हर वर्ष कार्य संतोषजनक के नाम पर रिनुअल होता रहा। इसकी आड़ में एजेंसी बिना गनमैन या मानक के गार्ड अस्पताल में बहाल कर रखे थे।
बताते हैं कि यहां आधे से अधिक गार्ड आर्मी से सेवानिवृत्त फौजी को रखना है। सिविल गार्ड के लिए उन्हें ट्रेनिंग पूरी करनी है। 60 वर्ष से अधिक आयु को गार्ड में नहीं रखना है, लेकिन एजेंसी ऐसा नहीं कर रही है।
प्राचार्य ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया को खंगाला जा रहा है। उसकी फाइलों के जरिए पता लगाया जा रहा है किस आधार पर नया टेंडर के बदले लगातार उसी को कार्य आवंटन किए जाते रहे। टेंडर के बाद अधिक गार्ड की संख्या किस आधार पर बढ़ाई गई। डीलिंग क्लर्क से पूरी जानकारी मांगी जा रही है।
इधर, कुछ दिन पहले एसडीएम तुषार कुमार व एसडीपीओ टू विनीता सिन्हा के निरीक्षण में रात्रि शिफ्ट में 11 सुरक्षाकर्मी हाजिरी बनाने के बाद ड्यूटी स्थल पर नहीं मिले थे।
कई सुरक्षाकर्मियों के हाजिरी बनाकर होटल-रेस्टोरेंट में काम करने का मामला सामने आया था। इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एसकेएमसीएच में चार करोड़ रुपये लेने वाली एजेंसी पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है।
बताते हैं कि एसकेएमसीएच की सुरक्षा भगवान भरोसे है। सुरक्षा एजेंसी पर चार करोड़ खर्च के बाद भी यहां ड्यूटी कर रहे चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, समेत इलाज को पहुंचे मरीज व स्वजन सुरक्षित नहीं हैं।
अक्सर गार्ड की अधिक संख्या वाली जगह पर चिकित्सकों से मारपीट हो रही है। प्राइवेट अस्पताल के बिचौलिये इमरजेंसी वार्ड से मरीज को जबरन उठाकर ले जा रहे है। सुरक्षाकर्मी मूकदर्शक बने रहते है। इसको लेकर जिला स्तर से भी जांच की कवायद चल रही है।
हर्ष फायरिंग करता गार्ड धराया तो खुली थी गन लाइसेंस की पोल
15 अगस्त, 2023 को फायरिंग के दौरान आउटसोर्सिंग एजेंसी गोस्वामी के सुरक्षाकर्मी को अहियापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दो गार्ड को पुलिस ने जेल भेजा था। आधा दर्जन गार्ड का हथियार पुलिस ने जब्त कर रखा था।
इसमें कई के लाइसेंस में खामियां मिली थीं। अब तक हथियार अहियापुर थाने में जमा हैं। बिना हथियार जांच कराए ही एजेंसी गनमैन को एसकेएमसीएच की सुरक्षा में तैनात कर रही थी। इसके बाद भी उसका टेंडर हर सात रिनुअल हो रहा।

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