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    Muzaffarpur News: सकरा में 30 नॉन बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों पर छापेमारी, कागजातों की जांच शुरू

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 02:30 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के सकरा में 30 नॉन बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों पर छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान कंपनियों के कागजातों की जांच शुरू कर दी गई है। इ ...और पढ़ें

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    सकरा में फाइनेंस कंपनियों का औचक निरीक्षण करते सिटी एसपी।

    संवाद सहयोगी, सकरा। प्रखंड क्षेत्र में नॉन बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की मनमानी को लेकर उठी शिकायतों के बाद बुधवार को पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। सीटी एसपी के नेतृत्व में सकरा क्षेत्र के कुल 30 नॉन बैंकिंग व माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के केंद्रों पर छापेमारी कर गहन जांच की गई। इस दौरान डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार सिंह, सकरा प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार समेत अन्य प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

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    छापेमारी की यह कार्रवाई नवलपुर मिश्रौलिया गांव में हुई हालिया घटना के बाद की गई है, जहां माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की कार्यप्रणाली को लेकर आम लोगों में आक्रोश देखा गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि कुछ कंपनियां अवैध तरीके से वसूली कर रही हैं और जरूरतमंद लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।

    इसके बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का निर्णय लिया। सीटी एसपी ने बताया कि नवलपुर मिश्रौलिया की घटना के बाद नॉन बैंकिंग और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं। आम लोगों की आवाज को देखते हुए यह जांच शुरू की गई है।

    उन्होंने कहा कि बुधवार को सकरा क्षेत्र के 30 केंद्रों की जांच की गई है और सभी कंपनियों से संबंधित आवश्यक कागजात मांगे गए हैं। लाइसेंस, पंजीकरण, ऋण वितरण प्रक्रिया, ब्याज दर और वसूली से जुड़े दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है।

    जांच के दौरान यह भी देखा जा रहा है कि कहीं नियमों का उल्लंघन तो नहीं हो रहा है। यदि कोई कंपनी अवैध रूप से काम करती पाई गई या लोगों का शोषण करते हुए नियमों की अनदेखी करती हुई मिली, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    उन्होंने आगे बताया कि प्रशासन का उद्देश्य लोगों को राहत दिलाना और वित्तीय संस्थानों की पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। जांच पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट वरीय महकमा को भेजी जाएगी, ताकि आगे की कार्रवाई तय की जा सके।

    प्रशासन की इस कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों में उम्मीद जगी है कि माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की मनमानी पर अंकुश लगेगा और दोषियों को सजा मिलेगी। फिलहाल जांच प्रक्रिया जारी है और प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील की है।