Muzaffarpur News: मरीजों को बहला-फुसलाकर SKMCH से निजी अस्पताल ले जाते हैं दलाल, पुलिस करती है मदद
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में पुलिसकर्मियों पर निजी अस्पतालों से मिलीभगत कर मरीजों को स्थानांतरित करने का आरोप है। व्हाट्सएप चैट से मिलीभगत उजागर हुई है जिसमें पुलिसकर्मी मोटी रकम लेकर मरीजों को निजी अस्पतालों में भेजते हैं। सीसी कैमरे में संदिग्ध गतिविधियाँ कैद हैं और एसडीपीओ ने जांच के बाद सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस की निष्क्रियता से बिचौलिए फिर सक्रिय हो जाते हैं।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड से निजी अस्पतालों में मरीजों को ले जाने मामले को लेकर पुलिस को भूमिका सामने आई है। बताया जा रहा है एसकेएमसीएच ओपी के दो-तीन पुलिसकर्मी निजी अस्पताल संचालक व एंबुलेंस कर्मी के संपर्क में है।
वाट्सएप चैट से बातचीत कर मरीज को निजी अस्पताल ले जाने में मदद करते है। यही नहीं इसके एवज में उन्हें मोटी रकम मिलती है। कुछ लोगों ने बताया कि अगर एसकेएमसीएच पुलिस ओपी के कुछ सिपाहियों का मोबाइल की जांच हो तो बड़ा मामला खुलासा हो सकता है।
इमरजेंसी मुख्य द्वार, सुधा डेयरी और एसबीआई एटीएम में लगे सीसी कैमरे में पुलिसकर्मियों की हरकत कैद है। सबसे अधिक खेल रात को होता है।
बताया जा रहा है कि एसकेएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को निजी अस्पताल संचालक व एंबुलेंस कर्मी उठाकर ले जा रहे है। इसको लेकर अस्पताल में लामा की संख्या बढ़ रही है।
निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मोटी रकम डिमांड होने पर मरीज के परिजन हल्ला हंगामा करते है। इसको लेकर पूर्व से अहियापुर थाना में आधा दर्जन से अधिक मामला दर्ज हुआ था।
हालांकि, दलालों पर अंकुश लगाने की कठोर कार्रवाई पुलिस की ओर से अब तक नहीं हो सकी। नतीजतन कार्रवाई के कुछ दिन तक मामला ठीक रहता है। ठंडे बस्ते में पड़ने के बाद फिर बिचौलिए हावी हो जाते है।
एसडीपीओ टू विनीता सिन्हा ने कहा है कि मामले में तहकीकात की जा रही है। जो भी पुलिसकर्मी की संलिप्तता सामने आएगी, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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