मुजफ्फरपुर में अब नया ट्रैफिक प्लान, कलर कोड से होगी आटो की पहचान
मुजफ्फरपुर शहर में शनिवार से आटो और ई-रिक्शा का परिचालन तीन जोन में बांटकर किया जाएगा। डीएम सुब्रत कुमार सेन ने नए ट्रैफिक प्लान को स्वीकृति दे दी है, ...और पढ़ें

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर । शहर को तीन जोन में बांटकर आटो और ई-रिक्शा का परिचालन शनिवार से कराया जाएगा। नगर आयुक्त, एसडीओ पूर्वी तुषार कुमार और ट्रैफिक डीएसपी की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने स्वीकृति दे दी है। इसी आधार पर नए ट्रैफिक प्लान के अनुसार परिचालन होगा।
कलर कोड से सभी आटो और ई-रिक्शा की पहचान होगी। संघ की ओर से कलर कोडिंग का काम शुरू कर दिया गया है। इसके अनुसार करीब 45 सौ आटो और ई-रिक्शा का परिचालन विभिन्न रूटों पर किया जाएगा। शहरी क्षेत्र में मीटरयुक्त आटो और ई-रिक्शा के भी परिचालन का भी होगा। इसकी पहचान उजले रंग से होगी।
सड़कों पर परिचालन के कारण जाम नहीं लगे, इसे लेकर सड़कों पर चौड़ाई बढ़ाई जाएगी। ताकि एंबुलेंस और आपातकालीन वाहनों का सुचारू रूप से परिचालन हो सके। नियमों का उल्लंघन करने और अवैध पार्किंग करने पर कार्रवाई भी की जाएगी। इसकी निगरानी को लेकर सभी चौक-चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
किसी भी चौराहों पर आटो या ई-रिक्शा की पार्किंग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। चौराहा से सौ मीटर की परिधि के बाहर ही पार्किंग करेंगे। अन्य चालान काटकर जुर्माना लगाया जाएगा।
इससे अनियंत्रित पार्किंग एवं जाम की समस्या से भी शहरवासियों को निजात मिलेगी। इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से खासकर रिजर्व आटो का परिचालन होता है, जिन्हें तीनों जोन के सभी रूट पर परिचालन की अनुमति होगी, इसकी अनुमान्य संख्या छह सौ के करीब होगी। इसके अलावा शहरी क्षेत्र में ओवरलोडिंग तीन पहिया वाहन, अन्य वाहनों में काला शीशा, प्रेशर हार्न और अनधिकृत बोर्ड लगाने की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
संघ के प्रस्ताव में बदलाव कर बनाया नया प्लान
आटो रिक्शा कर्मचारी संघ एवं ई-रिक्शा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों के द्वारा रूट मार्ग के लिए 22 मार्गो का प्रस्ताव जिला प्रशासन को उपलब्ध कराया गया। उक्त प्रस्तावित मार्गो को जिला प्रशासन द्वारा विस्तृत अध्ययन एवं विश्लेषण किया गया।
इसमें पाया गया कि आटो संघ द्वारा कई मार्ग आपस में आवृत है तथा कुछ मार्गों की दिशा एवं दूरी व्यवहारिक नहीं है एवं कुछ मार्गों पर यातायात दबाव, सड़क की चौड़ाई एवं वर्तमान यातायात के दृष्टि से ई-रिक्शा का संचालन व्यवहार्य नहीं है। अधिकारियों ने परिचालन की क्षमता के आधार पर जोन और रूट निर्धारण कर प्रस्ताव तैयार किया।

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