Muzaffarpur News: बेला औद्योगिक क्षेत्र में जलजमाव से 200 फैक्ट्रियों में उत्पादन ठप, 50 करोड़ से अधिक के नुकसान
मुजफ्फरपुर के बेला औद्योगिक क्षेत्र में बारिश के बाद जलजमाव से 200 फैक्ट्रियों में पानी घुस गया जिससे 50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उद्यमियों ने बियाडा के डीजीएम से मिलकर विरोध जताया और जल निकासी की मांग की। उद्यमियों ने सुविधा शुल्क पर सवाल उठाए और नुकसान की भरपाई करने की मांग की। जलजमाव का मुख्य कारण नालों का मुख्य नाले से न जुड़ना बताया गया।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मूसलधार बारिश के बाद बेला औद्योगिक क्षेत्र का पूरा परिसर अस्त-व्यस्त हो गया है। जलजमाव से करीब 200 फैक्ट्रियों में पानी घुस गया, जिससे उत्पादन पूरी तरह ठप रहा। नुकसान से आक्रोशित उद्यमियों ने बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) नीरज कुमार मिश्रा से मिलकर विरोध दर्ज कराया। जलनिकासी की मांग की।
उत्तर बिहार उद्यमी संघ के अध्यक्ष संजीव चौधरी व उपाध्यक्ष अवनीश किशोर ने बताया परिसर की करीब 200 फैक्ट्रियों में पानी भर जाने से कच्चे माल के डूबने व मशीनरी में पानी घुसने से करीब 50 करोड़ के नुक़सान का अनुमान है।
जलजमाव व बारिश से मज़दूर भी काम पर नहीं आ सके, जिससे उत्पादन प्रभावित रहा। बेला फेज-एक के साथ दो भी जलभराव से प्रभावित रहा। डीजीएम से मिलने पहुंचे उद्यमियों ने सवाल किया, आप किस चीज़ का सुविधा व मेंटेनेंस शुल्क ले रहे हैं।
एक दिन की बारिश में पूरा परिसर जलमग्न हो गया। हमारा कच्चा माल डूब गया, इसकी भरपाई कौन करेगा। उद्यमियों ने मांग की कि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए। डीजीएम से मिलने वालों में संघ के महासचिव विक्रम कुमार विक्की, शशांक श्रीवास्तव, चितरंजन कुमार, मुरारी शाही आदि थे।
जलजमाव का ये बन रहे कारण
उद्यमियों के अनुसार परिसर के अंदर के नालों को मुख्य (सरकारी) नाले से न जोड़ा जाना, जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। शहरी व आसपास के रिहायशी इलाकों का पानी भी औद्योगिक परिसर में प्रवेश कर रहा है। परिसर में बनने वाले नालों व सड़कों का निर्माण समय पर पूरा नहीं होना जलजमाव का प्रमुख कारण बन रहा है।
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