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    Bihar Mausam Jankari: उत्तर बिहार के लिए खुशखबरी, इन 3 दिनों में होगी बारिश; पढ़ें मौसम का पूरा अपडेट

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 07:03 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में इस साल मानसून की चाल असामान्य रही है। अप्रैल-मई में अधिक बारिश हुई तो जून-जुलाई में भारी कमी आई है। इससे धान की रोपाई और जल संचयन में दिक्कतें आ रही हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगस्त-सितंबर में भी बारिश की रफ्तार धीमी रहने की आशंका है। कृषि विश्वविद्यालय ने हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है पर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।

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    बारिश ने बदला मिजाज, जून-जुलाई में भारी कमी, अप्रैल-मई में औसत से अधिक वर्षा

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मानसून की चाल इस वर्ष बेहद असमान रही। अप्रैल व मई में जहां सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई, वहीं जून व जुलाई में भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट ने कृषि पर गंभीर प्रभाव डाला है, खासकर धान की रोपाई व जल संचयन में कठिनाई हो रही है। जिले के कुछ ऐसे इलाके हैं जहां इस समय बाढ़ रहती थी वहां जलसंकट हो गया है खासकर के कटरा इलाके में विशेष असर है।

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    मौसम विभाग व कृषि विभाग की नजर अब अगस्त-सितंबर की वर्षा पर टिकी है, ताकि स्थिति को संतुलित किया जा सके। वरीय मौसम विज्ञानी डॉ. ए. सत्तार ने कहा मानसून की रफ्तार आगे भी कमजोर है। बारिश कम ही होगी।

    बारिश की रफ्तार रही धीमी

    इस साल अप्रैल से जुलाई तक के वर्षा के आंकड़ों का तुलनात्मक अध्ययन दर्शाता है कि मानक से कम बारिश हुई। अप्रैल में सामान्य 11.8 मिमी के मुकाबले 42.15 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 31.07 मिमी अधिक रही। इसी प्रकार मई में 47.8 मिमी की तुलना में 53.15 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य से 5.35 मिमी अधिक रही। इसके बाद मौसम ने करवट ली।

    जून में जहां सामान्य वर्षा 164.1 मिमी अपेक्षित थी, वहीं मात्र 36.00 मिमी वर्षा दर्ज की गई। यह 117.16 मिमी की कमी दर्शाती है, जो 76.50 प्रतिशत कम है। सबसे अधिक चिंताजनक स्थिति जुलाई में रही। सामान्य वर्षा 304.8 मिमी होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक मात्र 130.76 मिमी ही हुई है। यानी 164.21 मिमी की भारी कमी जो 55.67 प्रतिशत कम है।

    हल्की से मध्यम बारिश की संभावना

    डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विद्यालय की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार तीन अगस्त तक पूर्वानुमानित अवधि में उत्तर बिहार के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।

    मौसम विज्ञानी डॉ. सत्तार ने कहा इस अवधि में अधिकतम तापमान 33 से 35 व न्यूनतम 27 से 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 80 से 85 व दोपहर में 60 से 65 प्रतिशत रहने की संभावना है।

    पूर्वानुमानित अवधि में अगले दो दिनों तक औसतन आठ से 15 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से पूरवा उसके बाद पछिया चलने का अनुमान है।