Muzaffarpur News: जीरोमाइल गोलंबर पर जाम लगने की असली वजह आई सामने, वरीय अधिकारी भी कुछ नहीं कर पा रहे
मुजफ्फरपुर में एसडीओ के आदेश पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया जिसमें प्रशासन ने खानापूर्ति की। छोटे दुकानदारों को हटाया गया जबकि बड़े दुकानदारों और वसूली करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि सड़क पर दुकान रखवाकर वसूली करने वालों को प्रशासन ने छुआ तक नहीं। बाजार समिति के पास अतिक्रमण पर भी कार्रवाई नहीं हुई।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जीरोमाइल गोलंबर के चौतरफरा सड़क के बीचों बीच आटो से वसूली किया जाता है। 10 रुपये वसूली को लेकर रोजाना दिनभर जाम की समस्या बनी रहती है। संवेदक कर्मचारी सड़क के बीचों बीच कूपन काटते हैं।
इससे आटो- ई-रिक्शा का परिचालन ठप हो जाता है। नतीजतन सड़क जाम की समस्या बनी रहती है। रोजाना जाम के शिकार लोगों को इन दिनों इमरजेंसी में भी निकलना मुश्किल हो गया है। सड़क से गुजर रहे प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी लोगों को जाम से मुक्ति और नियम संगत आटो से शुल्क वसूली करवाने की कवायद कर पाने से दूर है।
आटो चालक कहते है कि उनकी रोजी रोटी है। रुपये दो भी परेशानी, नहीं दो फिर भी परेशानी। कभी- कभी तो उन्हें जुर्माना और हर्जना भी अलग से देना पड़ता है। जीरोमाइल पड़ाव की स्थिति दयनीय है। आम आदमी को पैदल चलना मुश्किल है, आटो लगाना तो दूर की बात रही।
वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन और आम लोगों को गुमराह करके सीतामढ़ी, दरभंगा, बैरिया, आखाड़ाघाट मार्ग में सड़क के बीचोबीच वसूली होती है। सबकुछ प्रशासन के नजर के सामने होता है। दो सौ मीटर पर अहियापुर थाना है। गोलंबर पर ट्रैफिक पुलिस रहती है।
फिर भी नियम संगत पड़ाव शुल्क वसूली नहीं होती है। एक आटो से कुपन कटने में पांच मिनट लगते है। जीरोमाइल पर वाहनों का दबाव अधिक है। वाहन का परिचालन ठप होते ही पल भर में जाम लग जाती है। संवेदक के कर्मचारी रुपए लेते है और सुधा डेयरी से लेकर बाजार समिति के पड़ाव का कुपन देते है।
कूपन काटने वाला कर्मचारी संजय सहनी कहते हैं कि उन्हें प्रेमा कुमारी संवेदक के नाम से जो कूपन दिया गया है, उसी के तहत वह सीतामढ़ी रोड में आवाजाही करने वाले आटो से दस रुपए शुल्क लेते हैं।
इधर, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता गणेश कुमार ने बताया कि जीरोमाइल गोलंबर पर दो ड्राप आउट पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं। इसी के तहत टेंडर किया गया हुआ है। सुधा डेयरी और बाजार समिति के पास बने ट्राप आउट प्वाइंट पर ही वाहनों से निर्धारित शुल्क संबंधित संवेदक को लेना है।
अन्य जगहों कूपन काटना गलत है। जबकि, संवेदक प्रेमा कुमारी के पति प्रवीण शंकर ने बताया कि उनका चौतरफा का टेंडर है। आठ ड्रापअप प्वाइंट है। हाजी मार्केट के पास भी ड्रापअप प्वाइंट है।
इसलिए उनके कर्मचारी आटों से शुल्क वसूलते है। बाजार समिति के पास गढ्डे खोद दिए गए है। इसके कारण सड़क पर कुपन काटा जाता है। गलत तरीके से अगर वसूली हो रही है तो अहियापुर पुलिस को गिरफ्तार कर जेल भेजना चाहिए।
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