Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'डबल इंजन सरकार के मुखिया...', नीतीश कुमार के लिए ये क्या बोल गए तेजस्वी यादव; अब होगा सियासी बवाल

    Updated: Wed, 04 Jun 2025 02:11 PM (IST)

    कुढ़नी की दुष्कर्म पीड़िता बच्ची की मौत पर तेजस्वी ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने राज्य सरकार को संवेदनहीन बताते हुए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और दोषियों को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल की मांग की। तेजस्वी ने चेतावनी दी कि न्याय न मिलने पर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि चिकित्सा के अभाव में बच्ची ने दम तोड़ दिया।

    Hero Image
    'डबल इंजन सरकार के मुखिया...', नीतीश कुमार के लिए ये क्या बोल गए तेजस्वी यादव

    संवाद सहयोगी, मुजफ्फरपुर। नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि डबल इंजन सरकार के मुखिया अचेतावस्था में पड़े हुए हैं। राज्य में क्या हो रहा, उन्हें पता ही नहीं है। राज्य सरकार पूरी तरह से संवेदनहीन है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    तेजस्वी मंगलवार को कुढ़नी की दुष्कर्म पीड़िता बच्ची की मौत से शोकाकुल स्वजन से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने मृत बच्ची के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और स्पीडी ट्रायल शुरू कर दोषी को सजा दिलाने की मांग सरकार से की।

    तेजस्वी ने चेतावनी दी कि अगर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा। तेजस्वी ने बच्ची के स्वजन से पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यही सरकारी व्यवस्था है कि अस्पताल में चिकित्सा के अभाव में बच्ची ने दम तोड़ दिया।

    बच्ची के चाचा ने बताया कि एसकेएमसीएच में बेहतर उपचार किया गया था, लेकिन पटना के पीएमसीएच में जाने के बाद कोई भी चिकित्सक देखने को तैयार नहीं थे। यहां तक कि वहां तैनात कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोग रुपये मांग रहे थे। उनकी भतीजी छटपटा रही थी, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। इस कारण वह एंबुलेंस में ही दो-तीन घंटे पड़ी रही। ऑक्सीजन की कमी हुई तो वहां तैनात कर्मी व्यवस्था के लिए रुपये मांग रहे थे। पीएमसीएच में जल्द उपचार शुरू होता तो उनकी भतीजी आज जीवित होती।

    इस पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था इतनी खराब है कि कोई किसी की नहीं सुनता है। वहां लठैत रखे गए हैं, जो मरीजों की आवाज दबाने का काम करते हैं।