Muzaffarpur News: सदर अस्पताल अधीक्षक ने मांगा वीआरएस, विभाग के व्यवहार से क्षुब्ध होकर अपर मुख्य सचिव को लिखा पत्र
मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. बीएस साहब झा ने स्वास्थ्य विभाग से क्षुब्ध होकर वीआरएस के लिए आवेदन किया है। उन्होंने पहले एसकेएमसीएच में भी अपनी सेवाएं दी थीं। उनका कहना है कि वे बड़े संस्थान में काम कर चुके हैं और अब छोटे संस्थान में काम करने की इच्छा नहीं है। उन्होंने एसकेएमसीएच में कई विकास कार्य भी कराए थे।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। सदर अस्पताल के अधीक्षक डा.बीएस साहब झा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन दिया है। विभाग के व्यवहार से क्षुब्ध होकर उन्होंने यह निर्णय लिया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्राचार किया है।
एक जुलाई 2023 में सदर अस्पताल में अधीक्षक का प्रभार लिया था। इसके पूर्व वह 31 जनवरी 2021 को एसकेएमसीएच के अधीक्षक बने थे। बताया कि उन्होंने बड़े संस्थान में काम किया। वहां से हटाते हुए कुछ दिनों तक मुख्यालय में रखने के बाद पुन: सदर अस्पताल का अधीक्षक बनाया गया।
इस जवाबदेही को वह निभा रहे हैं, लेकिन उन्हें छोटे संस्थान में काम करने की इच्छा नहीं जच रही है। इसे देखते हुए उन्होंने वीआरएस लेने का फैसला लिया है। बताया कि अभी उनका कार्यकाल चार वर्ष बचा है। अगर विभाग वीआरएस देता है तो बेहतर होगा।
मालूम हो कि एसकेएमसीएच में कोविड-19 के कुछ दिन पहले ही उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपाधीक्षक से अधीक्षक बनाया गया था। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने एसकेएमसीएच की विधि-व्यवस्था बनाए रखते हुए विकास भी किया। उनके नेतृत्व में सुपर स्पेशिएलिटी भवन बना।
साथ ही एसकेएमसीएच राज्य का पहला संस्थान हुआ जहां उन्होंने टाटा कैंसर संस्थान से डोनेशन के तहत लावारिस वार्ड का निर्माण कराया। आयुष्मान योजन में एसकेएमसीएच लगातार राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
चिकित्सक के कार्य की सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
मुजफ्फरपुर : सदर अस्पताल परिसर स्थित माडल अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। इसके अलावा पीएचसी-सीएचसी में भी सीसीटीवी कैमरे जल्द लगाए जाएंगे। यह जानकारी सिविल सर्जन डा. अजय कुमार ने गुरुवार को दी है।
उन्होंने अस्पताल अधीक्षक डा. बीएस झा को सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए जगह चिन्हित करने को कहा है। सिविल सर्जन ने बताया कि मरीजों की लगातार शिकायत मिल रही थी कि रात में इमरजेंसी वार्ड में डयूटी के दौरान चिकित्सक नहीं रहते हैं।
इसका प्रमाण कुछ मरीज के स्वजन ने वीडियो बनाकर दिया है। इसकी जानकारी अस्पताल अधीक्षक से मांगी गई है। अधीक्षक को कहा गया है कि संबंधित चिकित्सक की पूरी जानकारी उन्हें उपलब्ध कराएं, ताकि मुख्यालय को उनकी कार्यप्रणाली की रिपोर्ट दे सकें।
सिविल सर्जन ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि पता चल सकेगा कि चिकित्सक कब आ रहे हैं और कब जा रहे हैं। ओपीडी और आने-जाने वाले रास्तों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
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