Bihar New Airport: बिहार के इस जिले से उड़ान भरेगा 19 सीटर विमान, दिल्ली से आई टीम ने किया सर्वे
मुजफ्फरपुर के पताही हवाई अड्डे से विमान सेवा जल्द शुरू होने की संभावना है। दिल्ली और पटना से आई टीम ने हवाई अड्डे का निरीक्षण किया है। 19 सीटर विमान उड़ाने की तैयारी है जिसके लिए सर्वे शुरू हो गया है। टीम ने रनवे और एरोड्रम रेफरेंस प्वाइंट का निरीक्षण किया। भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी परिसर का जीर्णोद्धार किया जाएगा।

जागरण टीम, मुजफ्फरपुर। बहुप्रतिक्षित पताही हवाई अड्डा से विमान सेवा शुरू होने की संभावनाएं तेज हो गई है। यहां से 19 सीटर विमान उड़ाने की तैयारी की जा रही है। इसे लेकर मंगलवार से सर्वे का कार्य शुरू हो गया। दिल्ली और पटना से पहुंची तीन सदस्यीय टीम ने पताही हवाई अड्डा पहुंचकर निरीक्षण किया। टीम में वरिष्ठ जीआइएस विशलेष रविंद्र सिंह, जीआइएस विशलेषक नीरज सिंह और एसोसिएट कंसल्टेंट टीम लीडर आरआर शर्मा शामिल हैं।
टीम लीडर के नेतृत्व में पूरे रनवे और मैदान का निरीक्षण किया गया। वहीं पूर्व में लगाए गए एरोड्रम रेफरेंस प्वाइंट की खोजबीन की। यह फ्लाइंग जोन को दर्शाता है। वहां पर एक इंडीकेटर लगा था, जो नहीं मिला। इससे हवा की दिशा का पता लगता है। काफी खोजबीन करने के बाद यह इंडीकेटर झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला। इसे निकालकर वहां पर लगाया गया।
एरोड्रम रेफरेंस प्वाइंट के कुछ हिस्से जीर्णशीर्ण अवस्था में बिखरे हुए मिले। इसकी तकनीकी जांच की जा रही है। टीम ने पूरब दिशा के चहारदीवारी से पश्चिम दिशा की ओर 45 मीटर और रनवे के उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर 75 मीटर पर नए सिरे से जगह चिह्नित कर रेफरेंस प्वाइंट के निर्माण का निर्देश सीओ ममता कुमारी को दिया। टीम लीडर ने बताया कि सर्वे का कार्य पांच दिनों तक चलेगा। इसके बाद मैप बनाया जाएगा।
मैप तैयार होते ही रनवे, भवन, टैक्सी-वे, पार्किंग समेत अन्य संरचनाओं के निर्माण को लेकर प्राक्कलन तैयार किया जाएगा। सर्वे के बाद इसकी रिपोर्ट भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और राज्य व केंद्र सरकार को भेजी जाएगी।
नहीं होगी भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता:
डीएम के निर्देश पर अपर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी प्रेम कुमार भी भूमि से संबंधित कागजात लेकर पहुंचे। टीम ने 1996 में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा किए गए सर्वे से इसका मिलान कराया। वर्तमान में 101 एकड़ भूमि पर यह अवस्थित है। छोटी विमान सेवा शुरू करने के लिए अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। परिसर का जीर्णाद्धार किया जाएगा।
चहारदीवारी की मरम्मत की जाएगी। इसके लिए 25 करोड़ रुपये स्वीकृत किए जो चुके हैं। टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि हवाई अड्डा के आसपास के बिल्डिंग से कितने मीटर की ऊंचाई से उड़ान भरा जाएगा, इसके लिए भी तकनीकी रूप से टीम काम कर रही है।
बुधवार से शरू होगा मापी और सीमांकन का कार्य:
बताया गया कि मंगलवार को निरीक्षण कर लिया गया है। टीम शहर में आवासन करेगी। बुधवार सुबह से मापी और सीमांकन का कार्य शुरू होगा। इसके बाद 1996 में जो मैप तैयार किया गया था, उसका आकलन करते हुए नया मैप बनाया जाएगा।
रनवे की लंबाई वर्तमान में 13 सौ मीटर है। यह छोटी विमान उड़ाने के लिए पर्याप्त है। इसकी मरम्मत करे हुए इसे विमान टेकऑफ करने के लायक बनाया जाएगा।
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