नीतीश सरकार मुजफ्फरपुर में बनाएगी 3 लेन का शानदार पुल, 589 करोड़ होंगे खर्च; 39 KM की दूरी होगी कम
मुजफ्फरपुर जिले में फतेहाबाद से चंचलिया तक गंडक नदी पर एक उच्च स्तरीय पुल बनेगा। इस परियोजना पर 589 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। पुल बनने से पारू और सरैया प्रखंड सारण से सीधे जुड़ेंगे जिससे 39 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। इससे व्यापार कृषि और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा जिससे लगभग पांच लाख लोगों को लाभ होगा। डीएम ने इसे विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जिले में आधारभूत संरचनाओं के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। जिले के पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सरैया प्रखंड स्थित चंचलिया तक उच्च स्तरीय पीएससी बाक्स सेल सुपर स्ट्रक्चर पुल का निर्माण किया जाएगा। इसपर 589 करोड़ चार लाख 78 हजार रुपये खर्च होंगे।
मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक में इसके निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। पुल की लंबाई 2280 मीटर और चौड़ाई 15.55 मीटर (तीन लेन) होगी, जबकि पहुंच पथ की लंबाई 2200 मीटर है। इस भव्य पुल से आने वाले समय में जिले की सामाजिक और आर्थिक संरचना में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा।
वर्तमान में पारू प्रखंड के फतेहाबाद से सारण जिले के तरैया जाने के लिए लोगों को रेवा घाट पुल होकर करीब 49 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती है। पुल बन जाने के बाद यह दूरी मात्र 10 किलोमीटर रह जाएगी। यानी आमजन का 39 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर समाप्त हो जाएगा। इससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी और आवागमन सुगम तथा सुरक्षित बनेगा।
इस पुल के निर्माण से जिले के पारू और सरैया प्रखंड सीधे सारण जिले के तरैया प्रखंड से जुड़ जाएंगे। फलस्वरूप जिले के लोगों की पहुंच सिवान और सारण तक आसान हो जाएगी। व्यापार, कृषि और अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। किसान अपने उत्पाद को आसानी से बड़े बाजारों तक पहुंचा सकेंगे, वहीं व्यापारियों के लिए माल की ढुलाई और वितरण में सुगमता होगी। इससे करीब पांच लाख की आबादी को लाभ मिलेगा।
रोजगार और स्वरोजगार के खुलेंगे मार्ग:
गंडक नदी पर यह पुल केवल एक भौगोलिक संपर्क का साधन नहीं होगा, बल्कि यह जिले के आर्थिक विकास का भी आधार बनेगा। जिले के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। परिवहन और पर्यटन की संभावनाओं को बल मिलेगा।
इसके साथ ही स्थानीय उद्योग-धंधों को भी नई गति मिलेगी। डीएम सुब्रत कुमार सेन स्वीकृति मिलने पर कहा कि इससे जिले की विकास की दिशा को गति मिलेगी। गंडक नदी पर बनने वाला यह पुल न केवल दो प्रखंडों को जोड़ने का कार्य करेगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार के लिए प्रगति का सेतु बन जाएगा।
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