Muzaffarpur News : खाद की कालाबाजारी करने वाले छह प्रतिष्ठानों का लाइसेंस रद, प्रशासन का रुख सख्त
Muzaffarpur News मुजफ्फरपुर में खाद की कालाबाजारी के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त हो गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर छह दुकानों के लाइसेंस रद कर दिए गए हैं और एक पर प्राथमिकी कराई गई है। कृषि विभाग ने 83 दुकानों पर छापेमारी की जिनमें से 23 में अनियमितताएं मिलीं। किसानों को खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: खाद की कालाबाजारी में जिले के छह प्रतिष्ठानों का लाइसेंस रद कर दिया गया है। डीएम सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर उक्त कार्रवाई की गई है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को किसानों को खाद की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए पूरी जवाबदेही और निर्धारित दर पर इसे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
कहा कि खाद के वितरण में अनियमितता बरतने व गड़बड़ी करने वाले दुकानदारों पर त्वरित कार्रवाई करें। खाद की कालाबाजारी, ओवररेटिंग व कृत्रिम संकट रोकने के लिए दुकानों और गोदामों का नियमित निरीक्षण एवं निगरानी करने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया है।
बताया गया कि अब तक कुल 83 दुकानों पर छापेमारी की गई, जिसमें कुल 23 प्रतिष्ठानों में अनियमितता पकड़ी गई है। अनियमितता करने वाले उर्वरक प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई करते हुए छह का लाइसेंस रद किया गया है तथा एक पर प्राथमिकी की गई है। अन्य से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
उर्वरक प्रतिष्ठानों के सतत एवं प्रभावी निरीक्षण एवं निगरानी के क्रम में मे.फौजी कृषि सेवा केंद्र चकमिरवी कुढ़नी के विरुद्ध जांच में अनियमितता पकड़े जाने पर कृषि समन्वयक ने मनियारी थाने में प्राथमिकी कराई है।
टीम गठित कर करें लगातार छापेमारी
जिलाधिकारी ने प्रखंड स्तर पर खाद वितरण की निगरानी एवं निरीक्षण की प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने व टीम गठित कर उन्हें सक्रिय व तत्पर करने एवं लगातार छापेमारी अभियान जारी रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उर्वरक के मामले में किसी भी प्रतिष्ठान के विरुद्ध शिकायत जिला कृषि कार्यालय में गठित त्वरित निष्पादन कमेटी के मोबाइल नंबर 9661697355 पर सूचित किया जा सकता है ताकि संबंधित प्रतिष्ठा के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जा सके।
खरीफ 2025 में उर्वरकों की आपूर्ति की स्थिति
- यूरिया 40,000 मीट्रिक टन की आवश्यकता के विरुद्ध 24182 मीट्रिक टन प्राप्त।
- डीएपी 7000 एमटी की आवश्यकता के विरुद्ध 8584 मीट्रिक टन प्राप्त।
- एनपीके 8000 मीट्रिक टन के विरुद्ध 11423 मीट्रिक टन।
- एमओपी 2000 मीट्रिक टन के विरुद्ध 5637 मीट्रिक टन।
- एसएसपी 2500 मीट्रिक टन के विरुद्ध 3521 मीट्रिक टन।
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