जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। दाखिल-खारिज (Land Mutation Bihar) के आवेदनों का निष्पादन करने में लापरवाही बरतने के मामले में मुशहरी, कांटी और मड़वन अंचल के सीओ और राजस्व कर्मचारियों पर जुर्माना लगाया जाएगा।
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बुधवार की समीक्षा की। इस दौरान उक्त तीनों अंचल की स्थिति बहुत दयनीय पाई। उन्होंने जुर्माना लगाने का आदेश दिया।
इसमें मुशहरी अंचल पर पूर्व में भी करीब दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था। कांटी अंचल की स्थिति पहले भी खराब थी। बार-बार निर्देश देने के बाद भी इनकी कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ।
अंचलवार समीक्षा में पाया गया कि मोतीपुर 89.58 प्रतिशत मुरौल 86.40 प्रतिशत, गायघाट 77 प्रतिशत, औराई 77 प्रतिशत, पारू 76.50 प्रतिशत, मीनापुर 76.46 प्रतिशत, साहेबगंज 72.84 प्रतिशत, बोचहां 70 प्रतिशत, सरैया 67.60 प्रतिशत, सकरा में 68 प्रतिशत, बंदरा 67 प्रतिशत, कटरा में 62 प्रतिशत, मड़वन में 56 प्रतिशत, कांटी 55.26 प्रतिशत और मुशहरी अंचल के द्वारा मात्र 53.22 प्रतिशत आवेदनों का निष्पादन किया गया।
डीएम ने 60 प्रतिशत से कम प्रदर्शन करने वाले तीन अंचलों पर जुर्माना लगाने तथा राशि जमा नहीं करने अथवा सुधार नहीं होने पर प्रपत्र क गठित करने का निर्देश अनुमंडल पदाधिकारी को दिया।
उन्होंने कार्य में शिथिलता एवं लापरवाही बरतने वाले अंचल को चिन्हित करने तथा कार्रवाई करने का निर्देश अपर समाहर्ता राजस्व को दिया। खराब प्रदर्शन के आधार पर कटरा के अंचलाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया।
परिमार्जन में भी मुशहरी सबसे नीचे:
परिमार्जन प्लस की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि पारू 96.52 प्रतिशत मोतीपुर 94.43 प्रतिशत, गायघाट 93.83 प्रतिशत, औराई 91 प्रतिशत, मुरौल 91.56 प्रतिशत, मड़वन 90 प्रतिशत, कुढ़नी 90 प्रतिशत, साहेबगंज 90 प्रतिशत, सरैया 88 प्रतिशत, मीनापुर 88.51 प्रतिशत, कटरा 88 प्रतिशत, बंदरा 88. 22 प्रतिशत, सकरा 88 प्रतिशत, बोचहां 87.88 प्रतिशत और मुशहरी अंचल का प्रदर्शन 85.88 प्रतिशत है।
इसमें भी मुशहरी अंचल का प्रदर्शन सबसे खराब पाया गया। डीएम ने सभी सीओ और आरओ को अविलंब सुधार करने को कहा।
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