बिक रही थीं NCERT की कोर्स से बाहर हो चुकी किताबें, इस मामले में अब खुल रही परत दर परत
Bihar News मुजफ्फरपुर के मोतीझील में एसएसपी कार्यालय के पीछे एक गोदाम पर छापेमारी में नकली एनसीईआरटी की किताबें जब्त की गईं। इस मामले में रवि कुमार समेत चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। छापेमारी के डर से इलाके की कई दुकानें बंद रहीं। पुलिस पूछताछ में रवि ने बताया कि वह रितेश और दीपक से ये किताबें खरीदता था।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मोतीझील स्थित एसएसपी आफिस से पीछे वाले गली में गोदाम पर छापेमारी में जब्त किए गए एनसीइआरटी नकली किताब मामले में चार लोगों पर प्राथमिकी की गई है।
इसमें रवि कुमार समेत अन्य को आरोपित किया गया है। मजिस्ट्रेट की तैनाती के बाद बुधवार को गोदाम को सील कर दिया गया था। शंकर पुस्तक भंडार के गिरफ्तार संचालक रवि कुमार के पूछताछ पर विशेष टीम कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।
नगर थानाध्यक्ष शरत कुमार ने बताया कि एनसीईआरटी के व्यापार प्रबंधक गीतेश सुहाने के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है। इसमें गोदाम के संचालक माई स्थान के सामने आमगोला के रवि कुमार, रितेश कुमार उर्फ टिंकू, दीपक और प्रिंस को आरोपित किया गया है।
इधर, छापेमारी के डर से दूसरे दिन गुरुवार को भी इलाके की किताब की कई दुकानें बंद रही। मोतीझील की दो दुकान हरि पुस्तक भंडार और भारती भंडार पर एसडीओ पूर्वी की ओर से नोटिस चस्पाया गया है। इसमें कहा गया कि शुक्रवार को इन दोनों दुकानों की जांच की जाएगी।
बता दें कि दोनों दुकान बंद होने के कारण इनके यहां जांच नहीं हो सकी थी। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार रवि ने बताया कि वह इन पुस्तकों को रितेश कुमार उर्फ टिन्कू और दीपक नामक व्यक्ति से नवंबर 2024 से क्रय कर रहे है। इनका एक साथी प्रिंस है।
पूछताछ में रवि ने जब्त किए गए सारी पुस्तकों का नकली होना स्वीकार किया है। जांच में यह भी पाया गया कि पुस्तकों में से पुराना अप्रचलित संस्करण की भी बिक्री की जा रही है, जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। गणना के दौरान कुल 41 हजार 674 पुस्तके पायी गई है।
इसकी अनुमानित कीमत 25 लाख बताई गई है। इससे सरकारी राजस्व की क्षति हुई है। बता दें कि एनसीईआरटी शिक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करती है। विदित हो कि मंगलवार को कोलकाता से आए एनसीइआरटी के अधिकारी की सूचना पर उक्त इलाके में पुलिस ने छापेमारी कर नकली किताबों की बड़े पैमाने पर बिक्री का भंडाफोड़ किया था।
जांच में पता चला कि बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा झारखंड समेत अन्य प्रदेशों में नकली एनसीइआरटी की किताबों की आपूर्ति की जा रही थी। पुलिस का कहना है कि जांच की जद में और कई लोग सामने आए है। इन सभी पर कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विशेष टीम मोबाइल काल डिटेल निकालकर आगे की कार्रवाई कर रही है।
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