Muzaffarpur Crime: कुंदन सिंह हत्याकांड में 6 साल बाद आया नया मोड़, इस दिन कोर्ट में होगी अगली सुनवाई
मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड पर 2019 में हुए कुंदन सिंह हत्याकांड में पहला गवाह पेश किया गया। मृतक के भाई सिकंदर कुमार सिंह ने गवाही दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने भाई को गोली लगने के बाद अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने चुन्नू ठाकुर और अन्य पर हत्या का आरोप लगाया जिनका स्टैंड को लेकर विवाद था। अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। अहियापुर थाने के बैरिया बस स्टैंड पर छह साल पहले इंचार्ज को लेकर हुए विवाद में सदातपुर निवासी कुंदन कुमार सिंह की हत्या मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से पहला गवाह पेश किया गया।
अभियोजन पक्ष ने एडीजे-20 के न्यायाधीश शरद चंद्र कुमार के समक्ष पहला गवाह मृतक कुंदन सिंह के भाई सिकंदर कुमार सिंह उर्फ सिकंदर को पेश किया। वह सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर थाने के माधोपुर सारनाथ का रहने वाला है।
गवाही के दौरान जेल में बंद दोनों आरोपितों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी कराई गई। गवाह ने बताया कि वह मुंबई में एक कपड़ा मिल में काम करता है। एक फरवरी 2019 को वह एक ट्रैवल एजेंसी पर खड़ा था।
इसी दौरान भाभी अंचला कुमारी पैसा मांगने कुंदन सिंह के पास आई। कुछ देर बाद स्टैंड पर गोली चलने की आवाज सुनाई दी। इससे वहां भगदड़ मच गई। वह सभी के साथ वहां गया। भाई कुंदन सिंह के सीने में दाहिनी ओर तीन गोली मारी गई। एक यात्री के पैर में भी गोली लगी।
इस दौरान एक बदमाश शीतबसंत बस में भागकर घुसता दिखा। स्टैंड का कर्मचारी राजकुमार टेंपो से कुंदन को निजी अस्पताल ले गया। जब वह एसकेएमसीएच लेकर पहुंचा तो उसकी मौसी से पता चला कि कुंदन की मौत हो गई है।
उसे अपनी भाभी से पता चला कि गन्नीपुर के चुन्नू ठाकुर, सदातपुर के अनिल चौबे, शिवहर नयागांव के श्रीनारायण सिंह, दामुचक के प्रकाश सिंह बादल, शीतबसंत बस के मालिक कांटी निवासी कैलाश मिश्रा ने मिलकर कुंदन सिंह की हत्या कर दी।
स्टैंड को लेकर उसका सभी से विवाद था। वह सभी को चेहरे से जानता है। अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी। अभियोजन पक्ष की ओर से दूसरा गवाह पेश किया जाएगा। इससे पहले चुन्नू ठाकुर और अनिल चौबे पर आरोप तय किए गए थे। दोनों का ट्रायल एक साथ चल रहा है। दोनों आरोपी पिछले साल से जेल में हैं।
मालूम हो कि कुंदन सिंह की हत्या एक फरवरी 2019 को हुई थी। कुंदन की पत्नी सदातपुर निवासी अंचला कुमारी ने अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें चुन्नू ठाकुर, अनिल चौबे, शिवहर के श्रीनारायण सिंह, दामुचक निवासी प्रकाश सिंह बादल, शीत बसंत बस मालिक कैलाश मिश्रा व चार अज्ञात को आरोपित किया गया था।
पुलिस ने सीतामढ़ी के प्रांजल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। प्रांजल के खिलाफ अलग से ट्रायल चल रहा है। श्रीनारायण सिंह की हत्या शिवहर में हुई थी। इस बीच, प्रकाश सिंह बादल की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उसे फरार घोषित कर चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी।
पुलिस कैलाश मिश्रा की संलिप्तता की जांच कर रही है। पुलिस द्वारा कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में कोल्हुआ निवासी कुंदन सिंह की हत्या कोर्ट में गवाही देने से रोकने के लिए की गई थी। सदर थाने के चर्चित पंकज हत्याकांड में वह गवाह था।
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