बिहार के लोगों के लिए खुशखबरी, प्रदेश की सभी विधानसभा क्षेत्रों में होगी ई-लाइब्रेरी की सुविधा
बिहार के सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री कृष्ण कुमार ने कहा कि सभी कॉलेजों में फ्री वाई-फाई मिलेगा। इसके लिए आईटी विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है। प्रदेश के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में ई-लाइब्रेरी बनाई जाएंगी जिनमें वाई-फाई और कंप्यूटर होंगे। सरकार ने शिक्षा के विकास के लिए 80 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। पटना में आईटी पार्क बनेगा जहां छात्र अपने आइडिया प्रस्तुत कर सकते हैं।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार के सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री कृष्ण कुमार ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों की तर्ज पर प्रदेश के सभी सामान्य महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को फ्री वाई-फाई की सुविधा मिलेगी।
इसके लिए आईटी विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे सभी विद्यार्थी खुद को तकनीक से जोड़कर विकसित बिहार में अपना योगदान दे सकेंगे।
वह शनिवार को एमआईटी में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में ई-लाइब्रेरी बनाई जाएगी।
यहां वाई-फाई के साथ-साथ कंप्यूटर और प्रोजेक्टर की सुविधा होगी। विद्यार्थी अपने गांव में बैठे-बैठे ही ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। शिक्षा और सर्वांगीण विकास के लिए विभाग की ओर से यह पहल की गई है। इसके लिए 80 करोड़ स्वीकृत हुए हैं। इसका सीधा लाभ प्रदेश के छात्र-छात्राओं को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों से वे जनता की सेवा कर रहे हैं, लेकिन अब तक उनके पास कोई भी व्यक्ति विद्यालय और पुस्तकालय खोलने की मांग को लेकर नहीं पहुंचा। लोग घाट निर्माण, चबूतरा निर्माण, चापाकल और पीएम आवास दिलाने की मांग करते हैं, वृद्धा पेंशन की मांग करते हैं लेकिन कोई विद्यालय-पुस्तकालय की मांग नहीं करता है।
जिस दिन आम जनता मुखिया, विधायक और सांसद से विद्यालय और पुस्तकालय की मांग करना शुरू कर देंगे, उस दिन प्रोन्नति का रास्ता खुल जाएगा। उन्होंने कहा कि समाज को अपनी प्राथमिकता तय करनी होगी। जब समाज बढ़ेगा तभी राष्ट्र बढ़ेगा।
आईटी मंत्री ने कहा कि तकनीक वह है जो मानव जीवन की समस्याओं का समाधान करे। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अधिक से अधिक आइडिया पर काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से पटना के बिस्कोमान भवन में आईटी पार्क बना है। इसका उद्घाटन होने वाला है।
वेबसाइट पर जाकर विद्यार्थी एप्लीकेशन फॉर्म भरकर अपना आइडिया सब्मिट कर सकेंगे। बेहतर आइडिया देने वाले विद्यार्थियों का चयन कर उन्हें फंडिंग की जाएगी।
इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन मैकेनिकल एंड इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी 2025 में स्वागत भाषण करते हुए प्राचार्य डॉ. एमके झा ने कहा यह कान्फ्रेंस बिहार की तकनीकी शिक्षा को वैश्विक मंच से जोड़ने की दिशा में मील का पत्थर है।
एनआईटी पटना के पूर्व निदेशक प्रो. यूसी राय ने कहा कि संस्थागत नवाचार ही तकनीकी संस्थानों की असली पहचान है। उन्होंने कहा कि डिजिटल व भौतिक दुनिया का संगम आज के उद्योग का मूल है।
पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विवेकानंद सिंह ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के साथ सामाजिक जिम्मेदारी भी जरूरी है। आईसीसी बिहार के चेयरमैन प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा कि इंडस्ट्री-इंस्टीट्यूट समन्वय से ही युवाओं को रोजगार मिलेगा।
कर्नाटक के सेंटर ऑफ स्मार्ट गवर्नेंस के सलाहकार प्रीतम कुमार सिन्हा ने कहा कि डिजिटल गवर्नेंस में भारत को वैश्विक मानक स्थापित करने की जरूरत है। दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संदीप तिवारी ने आयोजन को दोनों संस्थानों के बीच अकादमिक समन्वय को नई ऊर्जा देने वाला बताया।
रविवार को दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज में इसका समापन समारोह होगा। इसमें उत्कृष्ट शोधकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा। कुल 177 शोध पत्रों में करीब 125 का पेपर प्रेजेंटेशन हुआ। शेष का प्रेजेंटेशन रविवार को होगा।
संयोजक डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, आयोजन सचिव डॉ.आलोक रंजन और डीसीई दरभंगा के प्रो.अंकित कुमार ने आयोजन में अहम भूमिका निभाई।
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