मुजफ्फरपुर में अवैध बालू भंडारण और तस्करी रोकने के लिए खनन विभाग ड्रोन से सर्वे करेगा। बरसात में खनन बंद होने के बाद लाइसेंसी दुकानों के भंडार की जांच होगी। मानक से अधिक बालू मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। तस्करी रोकने के लिए माइनिंग सर्विलांस सिस्टम एप बनाया गया है जिस पर नागरिक शिकायतें कर सकते हैं। ड्रोन से प्राप्त तस्वीरों का तकनीकी टीम आकलन करेगी।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। अवैध बालू भंडारण और इसकी तस्करी रोकने के लिए ड्रोन से सर्वे कर मापी कराई जाएगी। खनन विभाग की ओर से इसकी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। बरसात में नदियों से बालू खनन का कार्य बंद हो चुका है।
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अब लाइसेंसी दुकानों पर बालू का जो भंडारण किया गया है, वहीं से बिक्री की जाएगी, लेकिन जो भंडारण किया गया है वह मानिक अनुरूप है या नहीं इसका पता लगाने के लिए ड्रोन सर्वे से मापी कराई जाएगी।
दरअसल, पिछले दिनों खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक ने इसकी समीक्षा की थी। उन्होंने उक्त निर्देश से सभी संबंधितों को अवगत कराते हुए सभी जिलों को इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि अगर मानक से अधिक बालू का भंडारण पाया जाता है तो संबंधित धारक पर कार्रवाई की जाएगी। खनन विभाग की ओर से तस्करी और अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए माइनिंग सर्विलांस सिस्टम एप को भी विकसित कर लिया गया है।
इसके संचालन को लेकर सभी जिलों के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। इस एप पर सामान्य नागरिक भी अपनी शिकायत और सुझाव दे सकते हैं। उनकी पहचान गोपनीय रहेगी। इस ऐप की मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर पर की जाएगी।
बताया गया कि ड्रोन से सर्व कराने के लिए इसे खास तरीके से प्रोग्राम किया गया है, ताकि निर्धारित क्षेत्र में उड़ान भरकर कैमरा और अन्य सेंसर से तस्वीर ले सके। इसके बाद खनन विभाग की तकनीकी टीम इसका आकलन करेगी। इसी आधार पर रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय और जिलों को भेजी जाएगी।
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