Muzaffarpur News: यहां ड्यूटी रोस्टर का नहीं कोई मतलब, कोर्ट हेल्थ सेंटर की जगह माडल अस्पताल में इलाज करते मिले डाक्टर
Muzaffarpur News मुजफ्फरपुर के माडल अस्पताल में ड्यूटी रोस्टर का पालन न होने पर सिविल सर्जन ने कार्यवाही की। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि रोस्टर में दर्ज डाक्टर की जगह कोई और ड्यूटी कर रहा था। सिविल सर्जन ने संबंधित डाक्टर से जवाब मांगा है और मामले की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कही है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: माडल अस्पताल में ड्यूटी रोस्टर के पालन में लापरवाही सामने आई है। सिविल सर्जन डा. अजय कुमार ने रात की पाली में इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया, जहां डा. नीरजचन्द्र नयन ड्यूटी पर मौजूद पाए गए। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उनकी मूल तैनाती व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित हेल्थ सेंटर में है।
इस पर सिविल सर्जन ने रोस्टर की जांच कराई, जिसमें पता चला कि उस दिन की ड्यूटी डा. सुरजीत कुमार की निर्धारित थी, लेकिन उनकी जगह डा. नीरजचन्द्र नयन कार्यरत थे। इसे गंभीर मानते हुए सिविल सर्जन ने संबंधित डाक्टर से जवाब मांगा है और अधीक्षक डा. बीएस झा को मामले की जानकारी दी है।
सीएस ने बताया कि मामले की रिपोर्ट जिलाधिकारी और स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि विशेषकर सावन माह में कांवरियों की भीड़ को देखते हुए इमरजेंसी सेवाएं पूरी क्षमता से संचालित होनी चाहिए।
निरीक्षण के दौरान सीएस को जानकारी मिली कि सप्ताह में तीन से चार दिन रात की पाली में डा. नीरजचन्द्र नयन ही कार्यरत रहते हैं। इसके आलोक में प्रबंधक से बीते दो माह की रात की ड्यूटी की रिपोर्ट भी मांगी गई है।
रात की पाली में ड्यूटी में बदलाव और रोस्टर के उल्लंघन की जांच शुरू होते ही अस्पताल में ड्यूटी बदलकर कार्य करने वाले अन्य चिकित्सकों में भी हड़कंप मच गया है। सीएस ने कहा कि दो दिन पहले वह मरीजों की शिकायत पर वहां पर पहुंच थे। चिकित्सक नहीं मिले। उस संबंध में अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी गई है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
पीएचसी में सर्वाइकल कैंसर से बचाव को लगाया जा रहा टीका
मुजफ्फरपुर : जिला मुख्यालय के बाद अब प्रखंड स्तर पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में सर्वाइकल कैंसर से बचाव हेतु एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस) का टीकाकरण अभियान आरंभ हो गया है। इस अभियान के तहत सभी पीएचसी को 200-200 वायल टीके भेजे गए हैं, जबकि कुढ़नी पीएचसी को 400 वायल अतिरिक्त प्रदान किए गए हैं।
जिले में कुल 6,050 वायल टीका प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 9 से 14 वर्ष की लगभग 2,500 बच्चियों को टीका लगाया जा चुका है। बुधवार को पारू और औराई पीएचसी में टीकाकरण किया गया, जबकि इससे पूर्व मीनापुर, साहेबगंज, औराई व पारू में टीकाकरण का एक चक्र पूरा किया गया था।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. एस.के. पांडेय ने बताया कि यह टीका पूरी तरह से मुफ्त है। सदर अस्पताल और एकेएमसीएच में भी सप्ताह में छह दिन टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जिले को अब तक तीन खेप में टीका प्राप्त हुआ है।
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