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    Bihar Voter List 2025: लोकसभा चुनाव में किया मतदान, अब वेबसाइट पर दिख रहा 'नो रिकॉर्डस फाउंड'

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 02:26 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान मतदाता सत्यापन में मतदाताओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों का नाम मतदाता सूची से गायब है तो कई लोगों को बीएलओ के न आने की शिकायत है। जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा है कि बीएलओ सभी के घर जाएंगे और आवासीय प्रमाणपत्र अनिवार्य नहीं है।

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    लोस चुनाव में किया मतदान, अब वेबसाइट पर दिख रहा 'नो रिकॉर्डस फाउंड'

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता सत्यापन के कार्य में मतदाताओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई मतदाताओं ने कॉल कर परेशानियों को साझा किया।

    शिवपुरी दामुचक से संजीव कुमार ने बताया उनकी मां चंद्रकला देवी का नाम 2003 की मतदाता सूची में दिख रहा है। वे सभी चुनाव में मतदान कर रही हैं। पिछले साल 2024 में लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने मतदान किया था। अब जब मतदाता सत्यापन के लिए वेबसाइट से फार्म अपलोड कर रहे हैं तो 'नो रिकॉर्डस फाउंड' दिखा रहा है। अब तक बीएलओ घर पर गणना प्रपत्र लेकर नहीं आए हैं।

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    बीबीगंज से दिनेश कुमार सिंह ने बताया 26 तक ही विशेष गहन पुनरीक्षण की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। अब तक उनके मुहल्ले में कई परिवारों को गणना प्रपत्र देने बीएलओ आए ही नहीं हैं। ऐसे में उन सभी को मतदाता सूची से नाम कटने का डर सता रहा है। मालीघाट से राकेश रंजन ने भी बीएलओ के नहीं आने की समस्या बताई।

    अम्मा गांव से सेवानिवृत्त हेडमास्टर राधेश्याम ओझा ने बताया बीएलओ फॉर्म लेकर नहीं आए। उन्हें जब कॉल की तो बताया कि अगले माह तक काम होगा, इसलिए चिंता नहीं करें। उन्होंने जब निर्धारित तिथि से अवगत कराया तो काल काट दी।

    बूथ बदलने से सूची मिल रही न गणना प्रपत्र:

    अघोरिया बाजार से उमाशंकर साह ने बताया पहले वे लोग जहां रहते थे वहां की मतदाता सूची में नाम था। अब पता बदल गया है, लेकिन मतदाता सूची में नाम नहीं दिख रहा है तो सत्यापन का कार्य कैसे करेंगे। बीएलओ से भी संपर्क नहीं हो पा रहा है।

    कुढ़नी से विनोद कुमार ने कॉल कर बताया यहां की बीएलओ आंगनबाड़ी सेविका हैं। वे गणना प्रपत्र लेकर आई थीं। कहा कि साथ में आवासीय प्रमाणपत्र अनिवार्य रूप से लगाएं। इसके बिना यह वैध नहीं होगा। अब आवासीय बनवाने के लिए तीन-तीन सौ रुपये की डिमांड की जा रही है। गांव के कई लोगों ने अवैध तरीके से इसे बनवाने के लिए वसूली की जानकारी दी।

    सभी के घर जाएंगे बीएलओ:

    जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार ने बताया कि बीएलओ प्रत्येक मतदाता के घर बारी-बारी से जाएंगे, इसलिए चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। आवासीय प्रमाणपत्र अनिवार्य नहीं है। इसके अलावा और भी विकल्प दिए गए हैं। उनमें से कोई एक प्रमाणपत्र फार्म के साथ दे सकते हैं।

    आपको मतदता सूची के सत्यापन में हो दिक्कत तो हमें बताएं

    अगर आपको मतदाता सत्यापन का कार्य कराने में किसी प्रकार की परेशानी हो रही है तो हमें मोबाइल नंबर 9801027107 पर कॉल करें। आपकी समस्या का समाधान करने का हम प्रयास करेंगे और आपकी बात को जिला प्रशासन तक पहुंचाएंगे। आपकी समस्या को प्रमुखता से अखबार में भी प्रकाशित किया जाएगा।