Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खुदीराम की जन्मभूमि से चरणामृत और मिट्टी लेकर मुजफ्फरपुर आ रहे अरिंदम, बलिदान दिवस होगा विशेष आयोजन

    Updated: Fri, 08 Aug 2025 07:05 PM (IST)

    Muzaffarpur News अमर शहीद खुदीराम बोस के बलिदान दिवस पर मिदनापुर के अरिंदम भौमिक मुजफ्फरपुर आकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। वे खुदीराम की जन्मभूमि से मिट्टी और चरणामृत लेकर फांसी स्थल पर अर्पित करेंगे। नौ अगस्त को मुजफ्फरपुर से पूसा तक मैराथन होगी जिसमें पौधे लगाए जाएंगे। अरिंदम 2018 से खुदीराम की अधूरी इच्छाओं को पूरा करने का संकल्प लेकर आ रहे हैं।

    Hero Image
    खुदीराम की जन्मभूमि से चरणामृत और मिट्टी लेकर मुजफ्फरपुर आ रहे अरिंदम।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News : अमर शहीद खुदीराम बोस के बलिदान दिवस (11 अगस्त) पर उन्हें विशेष श्रद्धांजलि देने के लिए पश्चिम बंगाल के मिदनापुर निवासी अरिंदम भौमिक एक बार फिर मुजफ्फरपुर पहुंच रहे हैं। वे खुदीराम की पैतृक भूमि मिदनापुर , मोहबनी से मांता मंदिर से चरणामृत और मिट्टी लेकर आ रहे हैं, जिसे वे उनके फांसी स्थल और चिताभूमि पर अर्पित करेंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अरिंदम को खुदीराम बोस के जीवन पर शोध के दौरान यह जानकारी मिली कि फांसी से पहले खुदीराम की कुछ अंतिम इच्छाएं अधूरी रह गई थीं। इन्हीं इच्छाओं को पूरा करने का संकल्प लेकर वे 2018 से लगातार हर वर्ष यहां आ रहे हैं।

    इस बार भी अरिंदम ने खुदीराम के जन्मस्थान मिदनापुर के (हबीबपुर), हैमिल्टन स्कूल (तमलुक), पैतृक गांव (मोहबनी), और मेदिनीपुर कालेजिएट स्कूल से मिट्टी एकत्र की है। साथ ही, सिद्धेश्वरी काली मंदिर से चरणामृत भी लाया गया है, जिसे वह देशप्रेम की प्रतीक पौधारोपण स्थलों पर अर्पित करेंगे।

    नौ अगस्त को वे मुजफ्फरपुर से पूसा तक मैराथन दौड़ करेंगे और रास्ते के हर महत्वपूर्ण पड़ाव पर बसंती सुंदरी पौधा लगाएंगे। प्रत्येक पौधे में खुदीराम की जन्मभूमि की मिट्टी और चरणामृत रखा जाएगा। इसके बाद वे खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में उस ऐतिहासिक स्थल को नमन करेंगे, जहां 1908 में खुदीराम को फांसी दी गई थी, और चिताभूमि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। अरिंदम का यह भावपूर्ण प्रयास न केवल खुदीराम बोस को सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि नई पीढ़ी को देशभक्ति से जोड़ने की प्रेरणादायक पहल भी है।