Updated: Wed, 24 Sep 2025 09:50 PM (IST)
विश्वविद्यालयों से 2020-2025 तक पास छात्रों को नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम (एनएटीएस) के तहत ट्रेनिंग मिलेगी। स्नातक पास छात्रों को 12300 रुपये और डिप्लोमा वालों को 10900 रुपये प्रति माह मिलेंगे। इसके लिए छात्रों को एनएटीएस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। कॉलेजों को छात्रों को इस योजना की जानकारी देने का निर्देश दिया गया है। यह योजना छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करेगी।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। राज्य के विश्वविद्यालयों से वर्ष 2020 से 2025 तक स्नातक और डिप्लोमा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को एनएटीएस (नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम) के तहत ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए विद्यार्थियों को एनएटीएस के पोर्टल से अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा।
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चयन के बाद स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को एक वर्ष तक प्रति महीने 12300 रुपये और डिप्लोमाधारी को एक वर्ष तक 10900 रुपये दिए जाएंगे। आधी राशि का भुगतान केंद्र सरकार की ओर से किया जाएगा तो आधा पैसा नियोक्ता की ओर से दिया जाना है।
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सीनेट हाल में बुधवार को बोर्ड ऑन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (बीओपीटी) पूर्वी क्षेत्र कोलकाता की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें बीआरएबीयू, एलएनएमयू दरभंगा और केएसडीएसयू के 241 कालेजों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इसमें कॉलेजों को निर्देश दिया गया है कि वे स्नातक उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को योजना की जानकारी दें। बोर्ड ऑफ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग ईस्टर्न रीजन के ओएसडी आदित्य भारद्वाज ने बताया कि स्नातक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को अप्रेंटिसशिप का मौका दिया जाना ही कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
इसे उन पर फ्रेशर का टैग हटेगा और रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। वर्ष 2020 से 2025 तक स्नातक या डिप्लोमा उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थी भारत सरकार के नैट्स पोर्टल पर आवेदन करेंगे। उन्हें अलग-अलग सेक्टर में अप्रेंटिसशिप का मौका दिया जाएगा। उन्हें एक वर्ष की ट्रेनिंग दी जाएगी। एक वर्ष तक उन्हें स्टाइपेंड की राशि मिलेगी।
बच्चे के पोर्टल पर कंपनी की पूरी जानकारी आती रहेगी। विद्यार्थी अपने पोर्टल से आवेदन कर सकते हैं या भारत सरकार की ओर से समय-समय पर रोजगार मेला का आयोजन किया जाता है। इसके माध्यम से भी वे आवेदन कर सकते हैं। कुछ-कुछ विभाग अपनी अधिसूचना जारी करते हैं। राष्ट्रीय बैंक भी अप्रेंटिसशिप के लिए नोटिफिकेशन जारी करते हैं।
विद्यार्थी एनएटीएस के पोर्टल से आवेदन करेंगे। उत्तीर्ण होने वाले बच्चों के लिए कालेजों में सीजीपी यानी करियर गाइडेंस प्रोग्राम का आयोजन होगा। इसमें उन्हें अप्रेंटिसशिप कार्यक्रम की जानकारी दी जाएगी। एक छात्र अपने पूरे जीवन में एक ही बार अप्रेंटिसशिप कर सकेगा। चाहे दस दिन करे या एक वर्ष की।
बिहार से अब तक 18 हजार विद्यार्थियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। इसकी मानीटरिंग बोर्ड ऑफ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग ईस्टर्न रीजन की ओर से किया जा रहा है।
इससे पहले विश्वविद्यालय के सीनेट हाल में शिक्षा विभाग के पूर्व सचिव बैद्यनाथ यादव, बीओपीटी के सहायक निदेशक के. चंद्रमोली व शिक्षा विभाग के सलाहकार जितेंद्र नायक मौजूद थे। पहले चरण में बीओपीटी की ओर से नोडल अधिकारियों के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। अगले चरण में कालेज स्तर पर करियर गाइडेंस प्रोग्राम होगा।
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