Anganwadi Sevika Promotion: आंगनबाड़ी सेविकाओं के प्रमोशन की राह में रोड़ा बना आंदोलन, कहां फंसा पेच?
मुजफ्फरपुर में आंदोलन करने वाली सेविकाओं को पदोन्नति में नुकसान हो रहा है। महिला पर्यवेक्षिका बनने का उनका सपना टूट सकता है क्योंकि आंदोलन में शामिल होने के कारण उनकी सेवा में रुकावट आई है। लगभग 247 सेविकाएं प्रभावित हैं जिससे उनमें निराशा है। उन्होंने सरकार के इस रवैये को तानाशाही बताया है और न्यायालय जाने की बात कही है।

41 पदों पर प्रोन्नति के लिए आए थे 452 आवेदन:
आरक्षण रोस्टर के अनुसार रिक्ती
-
अनारक्षित वर्ग : 15 -
आर्थिक रुप से कमजोर : 04 -
पिछड़ा वर्ग : 05 -
पिछड़ा की महिला : 01 -
अत्यंत पिछड़ा वर्ग : 08 -
अनुसूचित जाति : 07 -
अनुसूचित जनजाति : 01
बहाली की पूरी प्रकिया विभागीय दिशा-निर्देश के अनुसार की जा रही है। मेधा सूची को लेकर विभाग का जो आदेश है उसका पालन किया जा रहा है। - ममता वर्मा, डीपीओ आईसीडीएस
सेविकाओं को हक की आवाज उठाने की सजा दी जा रही है। लोकतंत्र में अधिकार के लिए आंदोलन का सबको अधिकार है। ऐसे में विभाग का यह आदेश न्यायसंगत नहीं है। इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। - संजू कुमारी, जिला सचिव, बिहार प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।