मकानों की नए सिरे से कराई जाएगी नंबरिंग, बिहार के इस शहर में होगा एरियल सर्वे
मुजफ्फरपुर नगर निगम अपने शहरी क्षेत्र में स्थित सभी निजी और सरकारी भवनों का एरियल सर्वे कराएगा और मकानों की नए सिरे से नंबरिंग की जाएगी। नंबर प्लेट हाईटेक होंगे जिनमें क्यूआर कोड होगा जिससे नागरिक शिकायत दर्ज करा सकेंगे। इस योजना से कर संग्रह में सुधार और शहर के विकास में मदद मिलेगी। पहले भी ऐसी योजना अधूरी रह गई थी।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। नगर निगम शहरी क्षेत्र स्थित सभी निजी एवं सरकारी भवनों का एरियल सर्वे कराएगा। इसके साथ ही सभी मकानों का नए सिरे से नंबरिंग करेगा। मकानों पर लगाया जाने वाला नंबर प्लेट हाइटेक होगा। नंबर प्लेट पर लगे क्यू आर कोड को स्कैन कर होल्डिंग स्वामी नगर निगम को जनसुविधाओं से संबंधित शिकायत कर सकते हैं।
इतना ही नहीं, मोबाइल पर होल्डिंग नंबर डालते ही संबंधित मकान का पता समेत सभी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। इस आशय का प्रस्ताव नगर निगम प्रशासन की ओर से तैयार किया जा रहा है। प्रस्ताव तैयार होने के बाद इसे नगर निगम सशक्त स्थायी समिति एवं नगर निगम बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद इसे अमली जामा पहनाया जाएगा।
बोर्ड की सहमति मिलते ही निजी एजेंसी करेंगे बहाल:
नगर आयुक्त विक्रम विरकर ने कहा कि यदि बोर्ड की सहमति मिली तो इस कार्य के लिए निजी एजेंसी को बहाल किया जाएगा। इसके तहत पहले चरण में एरियल सर्वे के माध्यम से निगम क्षेत्र स्थित बने सभी सरकारी एवं गैरसरकारी भवनों की सही स्थिति का पता लगाया जाएगा। एक-एक भवन की तस्वीर ली जाएगी। दूसरे चरण में एजेंसी घर-घर जाकर सर्वे कर सूची तैयार करेगी।
इससे उन सभी भवनों की सही तस्वीर भी आएगी जो अब तक नगर निगम के प्रापर्टी टैक्स के दायरे से बाहर हैं। इससे निगम के आय में भी इजाफा होगा।
नगर आयुक्त ने कहा कि शहर के नियंत्रित विकास एवं नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शहर को पूरी तरह से हाइटेक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लंबे समय से निगम क्षेत्र स्थित भवनों को नंबरिंग नहीं किया गया है। एरियल सर्वे के बाद इस काम को किया जाएगा।
पूर्व में भी बनी थी योजना, नहीं हो पाया था काम:
एक दशक पूर्व भी नगर निगम ने शहर के एरियल सर्वे का जिम्मा मैप माई इंडिया को सौंपा था। एजेंसी ने अपना काम भी शुरू किया। सर्वे में जो रिपोर्ट आई थी उसके होल्डिंग की संख्या नगर निगम द्वारा निर्धारित संख्या से अधिक थी। इतना ही नहीं टीम ने घर-घर सर्वे कर नया होल्डिंग नंबर भी लगाने का काम शुरू किया था। लेकिन एक-एक योजना गायब हो गई और काम आधा-अधूरा रह गया।
यदि इस तरह का कोई प्रस्ताव उनके पास आएगा तो वह इस पर अध्ययन करेंगी और शहर के विकास के लिए जरूरी हुआ तो बोर्ड की बैठक में चर्चा के लिए रखेंगी। - निर्मला देवी, महापौर
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