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    बिहार के इस जिले में 8 अरब से 526 ग्रामीण सड़कें होंगी चकाचक, पटना से पूसा जाना होगा आसान

    Updated: Wed, 18 Jun 2025 10:05 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर जिले में आठ अरब रुपये की लागत से 526 ग्रामीण सड़कों का जीर्णोद्धार होगा। ग्रामीण कार्य विभाग ने सड़कों की मरम्मत के लिए प्रशासनिक स्वीकृति ...और पढ़ें

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    आठ अरब से 526 ग्रामीण सड़कें होंगी चकाचक (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जिले में करीब आठ अरब रुपये से 526 ग्रामीण सड़कों की मरम्मत और सुदृढीकरण का कार्य किया जाएगा। ग्रामीण कार्य विभाग के तीनों प्रमंडल के अधीन सड़कों के जीर्णोद्धार की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। विभाग अब आगे की प्रक्रिया करने में जुट गया है।

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    कई सड़कों का टेंडर भी फाइनल हो चुका और कार्यादेश भी मिल गया है। सभी सड़कों के निर्माण की डेडलाइन निर्धारित कर दी गई है। अगले वर्ष मार्च से पहले उक्त सभी सड़कें चकाचक हो जाएंगी। ग्रामीण कार्य विभाग एक, दो और पश्चिमी के अधीन करीब एक हजार से अधिक किलोमीटर सड़कों का जीर्णोद्धार होगा।

    इसमें सबसे अधिक 200 सड़कें ग्रामीण कार्य विभाग-एक के पास है, जबकि कुल 137 सड़कों के जीर्णोद्धार का कार्य ग्रामीण कार्य विभाग-दो द्वारा किया जाएगा। शेष कार्य पश्चिमी प्रमंडल अंतर्गत है। बाढ़ प्रभावित औराई, कटरा और गायघाट प्रखंड में करीब दो दर्जन से अधिक सड़कें शामिल हैं।

    ग्रामीण कार्य विभाग-दो के कार्यपालक अभियंता रामबाबू ने बताया कि इसमें उन सड़कों को शामिल किया गया है, जिनकी पांच वर्ष की अनुरक्षण नीति पूर्ण हो चुकी है। इसका नए सिरे से टेंडर किया गया है और अब सात वर्ष तक अनुरक्षण नीति के तहत मेंटनेंस का कार्य किया जाएगा।

    पटना से पूसा जाना होगा आसान:

    सबहा-मरीचा पथ की स्थिति सबसे अधिक बदहाल है। इस मार्ग में सिर्फ गड्ढे ही हैं। बरसात के दिनों में जलजमाव की समस्या के कारण सड़क हादसे भी होते हैं। इस कारण लोग इस मार्ग के बदले महुआ-काजीइंडा रोड का उपयोग आवागमन के लिए करते हैं। अब इस सड़क का जीर्णोद्धार होने से आवागमन सुलभ हो जाएगा।

    यह पटना को पूसा से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है। वर्तमान में इस सड़क के जर्जर होने के कारण महुआ-ताजपुर होकर घूमकर वाहनों को पूसा जाना पड़ता है, लेकिन इसके बनने से सफर आसान होगा। पूसा होते हुए समस्तीपुर भी जा सकेंगे। इससे करीब एक घंटे का समय बचेगा और 20 किलोमीटर कम दूरी तय करना पड़ेगी।