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    Muzaffarpur News: मेडिकल स्वास्थ्य संस्थान में कुत्तों के प्रवेश पर रोक, SKMCH में बनी डॉग मैनेजमेंट टीम

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 01:49 AM (IST)

    मुजफ्फरपुर के मेडिकल स्वास्थ्य संस्थान में कुत्तों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। SKMCH में डॉग मैनेजमेंट टीम का गठन किया गया है, जो कुत्तों के प्रबंध ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित संस्थानों में कुत्तों के प्रवेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दिया है। जिसके बाद जिला स्तर पर संचालित एसकेएमसीएच, सदर अस्पताल, सीएससी व पीएचसी में कुत्तों के प्रवेश को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों ने सख्ती से अनुपालन करने का आदेश संबंधित संस्थान के पदाधिकारियों को दिया है।

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    इसके साथ ही एसकेएमसीएच में भी मरीजों की अधिक भीड़भाड़ को देखते हुए प्राचार्य सह अधीक्षक डॉ. आभा रानी ने कुत्तों के प्रवेश पर रोक के लिए डाग मैनेजमेंट टीम बनाने का आदेश पीएसएम विभाग को दिया है।

    इसके लिए उन्होंने पीएसएम विभाग के डॉ. विपिन कुमार को नोडल बनाया है। उन्हें डाग मैनेजमेंट टीम के तहत कुत्ते एसकेएमसीएच में प्रवेश नहीं करें, इसके लिए आवश्यक पहल करने के दिशा निर्देश के काम करने को कहा है।

    प्राचार्य सह अधीक्षक ने बतायी कि यहां अक्सर पांच हजार से अधिक रोगी अपने स्वजन के साथ इलाज को पहुंचते हैं। भीड़भाड़ की स्थिति बनी रहती है। यहां एमबीबीएस, पीजी, पोस्ट डीएनबी, नर्सिंग व पारामेडिकल की पढ़ाई होती है।

    इंडोर वार्ड में रोजाना सात सौ से अधिक मरीज भर्ती भी रहते हैं। इसको देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार डॉग मैनेजमेंट टीम का गठन किया है। जिसका नेतृत्व पीएसएम विभाग के डॉ. विपिन कुमार करेंगे। उसका संस्थान के प्रशासन मदद करेगी। उन्हें डाग मैनेजमेंट में जो आवश्यक संसाधनों की जरूरत पड़ेगी, उसे पूरा किया जाएगा।

    उधर, सिविल सर्जन ने सदर अस्पताल समेत सीएचसी व पीएचसी में सुरक्षा के लिए बहाल आउटसोर्सिंग एजेंसी को कुत्तों के प्रवेश पर सख्ती बरतने को कहा है। बताया जा रहा है कि एसकेएमसीएच के चौतरफा चहारदीवारी जर्जर है। इसको लेकर कुत्तों के अलावा अन्य जानवर भी आसानी से प्रवेश कर जाते हैं। जिसको लेकर अध्ययनरत छात्रों के साथ ही मरीज व उनके स्वजनों को अक्सर जानवरों से होने वाला खतरा मंडराता रहता है।

    इन दिनों एसकेएमसीएच में बंदरों का आतंक है। पिछले सप्ताह बंदरों के झुंड ने गल्र्स हॉस्टल के छात्रों पर अटैक कर दिया था। आधा दर्जन छात्रों को नोच लिया था। जिससे अफरातफरी मची रही थी।